साक्षात्कार- अध्यक्ष बनी तो नगरपालिका में हुए घोटाले की जाँच कराऊंगी- शशिप्रभा मिश्र

Uncategorized

फर्रुखाबाद: नगरपालिका चुनाव का भले ही शंखनाद अभी नहीं हुआ है मगर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियो ने अपनी तैयारियो को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है| सीट महिला के लिए आरक्षित होते ही महिलाओ ने चौके चूल्हे से टाउन हाल तक का सफ़र तय करने का मन बना लिया है| जेएनआई आपको उन सबसे मिलवायेगा जो कुछ करना चाहती है सार्वजनिक जीवन में जनता के लिए| हम ये भी बताएँगे कि क्या सोचती है आज की नारी बदलती राजनीति पर| ये तय करना जनता के हाथ में है कि किसे नगरपालिका की सत्ता सौपनी है| क्यूंकि पांच साल तक आप अपना सर धुनते नजर आते हो हर समस्या के हल के लिए| अब मौका आपके हाथ है| चुनाव में किन किन मुद्दों को जनता में उठाया जायेगा| किस किस का समर्थन उन्हें मिलेगा| इन सब बातो का गुना भाग लगाना प्रत्याशियो ने शुरू कर दिया है| व्यापार मंडल पिछले दस सालो से सक्रिय व्यापारी संजीव मिश्र “बोबी” की धर्मपत्नी शशि नगरपालिका में अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बैठना चाहती है| पेश है युवा प्रत्याशी शशि प्रभा मिश्र से जेएनआई का साक्षात्कार-

सवाल 1- कुछ अपने बारे में बताइए?
उत्तर- (शशि प्रभा): मेरा बचपन कानपुर में बीता| पिताजी व्यापारी है और मां घरेलू महिला| हम दो बहने है| जिसमे बड़ी मैं हूँ| मेरा जन्म 28 दिसम्बर 1981 को हुआ| मैंने कानपुर के डी बी एस कालेज से समाजशास्त्र, इतिहास और हिंदी से बैचलर डिग्री प्राप्त की है|
सवाल 2– कानपुर से फर्रुखाबाद तक सफ़र के बारे में कुछ?
उत्तर– पिताजी ने मेरा विवाह यहाँ फर्रुखाबाद में संजीव मिश्र के साथ तय किया और मेरी शादी 26 नवम्बर 2002 को हो गयी| इसके बाद बड़े शहर से छोटे शहर का जीवन शुरू हुआ तो लगा कि यहाँ भी बहुत कुछ है मगर अभी भी शहर में पिछड़ापन है| पति व्यापार मंडल में युवा व्यापार मंडल के पदाधिकारी से लेकर जिलास्तर तक का पद सम्भालते रहे| उन्हें देख कर मुझे भी लगा कि मुझे भी जनता के बीच में जाकर उनकी समस्या हल करनी चाहिए| इसीलिए इस बार चूँकि महिला आरक्षण भी हो गया है तो मैं नगरपालिका चुनाव में लड़ने के लिए तैयार हो गयी| मेरी सास (सुधारानी मिश्र) भी ग्राम सभा जसमई की प्रधान है लिहाजा घर का माहौल तो कुछ कुछ राजनैतिक है ही|

सवाल 3– कुछ अपने परिवार और दिनचर्या के बारे में?
उत्तर- मेरी दो बेटिया और एक बेटा है| संयुक्त परिवार है| आज भी एक चूल्हा ही जलता है| बच्चो की परवरिश और देखभाल के बाद जो समय मिलता है उसमे अख़बार पढ़ना टीवी देखना और खासकर जे एन आई के समाचारों को इंटरनेट पर नियमित पढ़ना नहीं भूलती| कभी कभी लगता है कि नगर में कुछ भी सही नहीं है|
सवाल 4– चुनाव किस पार्टी से लड़ेंगी?
उत्तर- अभी तो कांग्रेस पार्टी से ही टिकेट मांगी है| और उम्मीद है मिलेगी भी| मेरे पति कांग्रेस में है और वे एक विधानसभा का चुनाव भी कांग्रेस के टिकेट पर लड़ चुके है|
सवाल 5- अगर कांग्रेस से टिकेट नहीं मिला तो?
उत्तर- तो भी चुनाव लड़ना बिलकुल तय है| टिकेट मिला तो भी और नहीं मिला तो भी| ये फैसला घर में हो चुका है|

सवाल 6– चुनाव में मुद्दे क्या क्या होंगे?
उत्तर- सबसे बड़ा मुद्दा तो भ्रष्टाचार और नगर नियोजन का है| नगर में पानी नहीं आता| अधिकांश घरो में पानी नहीं पहुचता| पाइप लाइन ध्वस्त पड़ी है| घपलो घोटालो के चलते पूर्व के पालिका अध्यक्षों ने नगर के नियोजन पर कोई ध्यान नहीं दिया| केवल नयी खरीद कर अधिक से अधिक पैसे बनाये| जबकि पुराणी चीजो को कबाड़ बना दिया| हर साल अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाना पड़ता है और व्यापारियो का नुकसान होता है| ठिलिया वालों या छोटे दुकानदारो के लिए कोई व्यवस्था आज तक नगरपालिका नहीं कर पाया| जबकि नगरपालिका के पास जमीन की कोई कमी नहीं है|
सवाल 7– अगर आप अध्यक्ष बनी तो क्या प्राथमिकताये होंगी?
उत्तर:- सबसे पहले नगर में छोटे व्यापारियो और ठिलिया वालो को स्थायी जगह उपलब्ध करा कर बाजार उपलब्ध करना| जल कल व्यवस्था को दुरुस्त करना क्यूंकि पानी सबसे आवश्यक चीज है जिसकी जरुरत सुबह उठने से लेकर सोने तक रहती है| जनता को क्लोरीन युक्त शुद्ध जल उपलब्ध कराऊंगी| नगर में अतिक्रमण हमेशा के लिए दूर हो ऐसी व्यवस्था लाने का प्रयास करूंगी| हर गली पक्की हो और साफ़ सफाई नियमित हो इसके लिए पूरा प्रयास करूंगी|

अंतिम सवाल 8– आपने कहा भ्रष्टाचार भी मुद्दा होगा इसका क्या मतलब है?
उत्तर- विकास अगर रुकता है और ख़राब होता है तो उसके पीछे भ्रष्टाचार होता है| नगरपालिका में गैर जरुरत की चीजे खरीद कर कबाड़ बनाना भ्रष्टाचार ही तो है| पिछले पंद्रह सालो में नगरपालिका फर्रुखाबाद में बहुत भ्रष्टाचार हुआ है| मै अगर कुर्सी पर बैठी तो एक एक फ़ाइल खुलवाकर जाँच कराऊंगी और जनता को उसका पैसा वापस दिलवाकर उन्हें जरुरी सुविधाए उपलब्ध कराऊंगी|