मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस पर अंग्रेजों की तरह ‘बांटो और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी पार्टी आरक्षण के कोटे में ‘उप-कोटा’ स्वीकार नहीं करेगी। मायावती ने शहर के गेंदघर मैदान पर एक चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित 27 प्रतिशत आरक्षण कोटे में नौ प्रतिशत कोटा अल्पसंख्यक अलग करने की घोषणा करके अंग्रेजों की ‘बांटो और राज क रो’ की नीति पर चल रही है मगर बसपा आरक्षण के भीतर आरक्षण को स्वीकार नहीं करेगी।
बसपा मुखिया ने केन्द्र में सत्तारूढ़ संप्रग सरकार का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए कहा कि उसकी सरकार ने प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार किया और प्रदेश के पिछड़े इलाकों के विकास के लिए मांगे गए 80 हजार करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की अनदेखी कर दी।
उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर पांच साल में प्रदेश की तस्वीर बदल देने के उसके महासचिव राहुल गांधी के दावे पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में चालीस साल तक शासन में रही कांग्रेस ने तब अगर विकास का काम किया होता तो गरीबों और दलितों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ता।
मायावती ने कांग्रेस शासित राज्यों में गए उप्रवासियों के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ी है और देश भर की जनता महंगाई से त्रस्त है।
बसपा मुखिया ने सपा और भाजपा पर भी तीखे प्रहार किए और लोगों को सावधान करते हुए कहा कि यदि सपा सरकार बनी तो गरीबों-दलितों को दोबारा गुंडाराज का सामना करना पड़ेगा और भाजपा आई तो सांप्रदायिक और सामंती ताकतें मजबूत होंगी। मायावती ने विदेशी बैकों में जमा भारतीयों के काले धन के मुद्दे पर भी कांग्रेस और भाजपा को कटघरे में खड़ा किया।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस के दामन पर इतने दाग हैं कि उसने इस दिशा में कोई पहल नहीं की, जबकि लगभग सात साल तक केन्द्र की सत्ता में रही भाजपा ने भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।