फर्रुखाबाद: राजनीति की जंग में पहली बार उतर रहे सौरभ सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने भोजपुर विधानसभा से टिकेट देकर नौजवानों को टिकेट बाटने की पहल कर दी है| 33 साल के सौरभ अगर ये चुनाव जीतते हैं तो वो फर्रुखाबाद में सबसे कम उम्र के चुनाव जीतने वाले दूसरे विधायक होंगे| इससे पहले समाजवादी पार्टी के अरविन्द प्रताप सिंह ने 27 साल की उम्र में विधायक बन कर फर्रुखाबाद के साथसाथ उत्तर प्रदेश की विधान सभा में भी रिकॉर्ड बनाया था|
संसद सदस्य और विधान सभा सदस्य रहे स्व अवधेश सिंह के पौत्र सौरभ सिंह पूर्व सांसद चंद्रभूषण सिंह (मुन्नू बाबु) के पुत्र है| इस तरह खानदानी विरासत को सँभालने का मौका भी तीसरी पीड़ी के सौरभ सिंह को मिलेगा| सौरभ सिंह पूना के एक कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री ले चुके है| प्रारंभिक शिक्षा फतेहगढ़ के सेंट अन्थोनी स्कूल में पूरी हुई| राजनीति के गुण सौरभ ने अपने पिता के चुनाव के दौरान सीखे थे| वैसे सौरभ नौकरी करना चाहते थे मगर पिता की इच्छा पर सौरभ युवा नेता की छवि के रूप में राजनीति में उतरे है| वैसे अन्य पिताओं की तरह सौरभ के पिता मुन्नू बाबू ने अपने बेटे की समाजवादी पार्टी में टिकेट न मिलने पर पार्टी तक छोड़ दी थी| सौरभ के बाबा स्व अवधेश सिंह कांग्रेस से राजनीति करते रहे, उनके बेटे चंद्रभूषण सिंह ने भाजपा से कन्नौज सांसद का चुनाव जीत राजनीति में पहली जीत दर्ज की उसके बाद वो समाजवादी पार्टी के साथ हो लिए| बेटे की टिकेट की खातिर वापस भाजपा में आ गए| सौरभ पर भारतीय जनता पार्टी ने भोजपुर विधानसभा में दांव लगाकर कांग्रेस और सपा को भी चुनौती दी है जो युवाओ को अधिक से अधिक टिकेट देने का दम भरते रहे|
भोजपुर में सौरभ का सामना कांग्रेस के रामसेवक, सपा के जमालुदीन, बसपा के महेश राठौर और जन क्रांति पार्टी के मुकेश राजपूत से होगा| महेश को छोड़कर बाकी सभी कई कई चुनाव लड़ चुके है और जीत हार का अनुभव कर चुके हैं| फिलहाल तो सौरभ राजनीति की नर्सरी में पिता मुन्नू बाबू की अंगुली पकड़ कर परीक्षा देने जा रहे है|