फर्रुखाबाद: खाद के लिये किसानों के बीच मचे हाहाकार के बीच गुरुवार को ब्लाक राजेपुर में एक सहकारी समिति के सचिव द्वारा सीधे कालाबाजारी किये जाने का मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को सातनपुर मंडी व बघार नाले के निकट स्थित पीसीएफ गोदामों पर छापेमारी की गयी। अधिकारी यह देखकर दंग रह गये कि जनपद में एक लाख 80 हजार बोरी खाद स्टाक में मौजूद है। अब इसे जानबूझ कर की जारही जमा खोरी कहें या स्टाफ ढिलाई। परंतु समितियों पर खाद की मारा मारी मची है। सिटी मजिस्ट्रेट भगवान दीन ने पीसीएफ प्रबंधक को निर्देश दिए कि 3 दिन के अंदर आवंटित खाद सहकारी समितियों पहुंचान अन्यथा की स्थिति में समस्त संबंधित के विरुद्ध एफआईआर की कार्रवाई कर दी जायेगी।
नगर मजिस्ट्रेट भगवानदीन, उप कृषि निदेशक जसपाल व सहायक निबंधक सहकारी समितियां विनोद पटेल ने शुक्रवार को पीसीएफ के गोदामों का निरीक्षण किया। बघार नाले व सातनपुर मंडी स्थिति गोदामों में पाया गया कि आवंटित 3730 मैट्रिक टन के सापेक्ष मात्र 10 पतिशत खाद ही समितियों पर पहुंची है। पीसीएफ प्रबंधक ने ठेकेदार द्वारा कम ट्रकों की संख्या की बात कहकर सिटी मजिस्ट्रेट से और ट्रक उपलब्ध कराने की मांग की। सिटी मजिस्ट्रेट ने एआरटीओ से वार्ता कर 10 ट्रकों की व्यवस्था करायी और समितियों में खाद भेजने को निर्देशित किया। सत्यापन में पीसीएफ के बफर गोदाम में 2633 एमटी डीएपी, 5114 एमटी एनपीके मौजूद मिली। सिटी मजिस्ट्रेट व डीडी ने पीसीएफ प्रबंधक की जमकर क्लास लगायी और चेतावनी दी कि 3 दिन में खाद समितियों पर न पहुंची तो उनके विरुद्ध शासन को कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा। सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रत्येक विकासखंड पर भेजी गई उवर्रक का समितिवार सत्यापन कर उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।