नई दिल्ली। सरकार ने टीम अन्ना को धमकी दी है कि उसके खिलाफ संसद के विशेषाधिकार हनन का मामला बन सकता है। लोकपाल बिल पर विचार कर रही स्टैंडिंग कमेटी ने आज अखबारों में विज्ञापन छपवाकर लोगों को राय देने को कहा है। इस पर टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी में लोकपाल बिल पर राय देना बेकार है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बिल में ऐसा कुछ नहीं है जिसपर लोग सकारात्मक टिप्पणी की जा सके। अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी पर सरकार ने धमकी दी है कि उनके खिलाफ संसद के विशेषाधिकार हनन का मामला बन सकता है। पीएमओ में मंत्री नारायण सामी ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी पर इस तरह की टिप्पणी करना संसद की अवमानना मानी जा सकती है।
इसके साथ ही कांग्रेस के एक और नेता राजीव शुक्ला ने भी अन्ना टीम पर निशाना साधा है। राजीव शुक्ला ने कहा है कि टीम अन्ना के आंदोलन का भगवान ही मालिक है। राजीव शुक्ला ने रामलीला मैदान पर हो रहे अन्ना के अनशन पर सीधा हमला करने की रणनीति अपनाई है।
दरअसल, सरकार देश के सामने यह संदेश नहीं देना चाहती कि अन्ना के आंदोलन की ताकत से वह घुटनों पर आ गई है। संसद को चुनौती देने की कोशिश सरकार को बर्दाश्त नहीं है। सरकार खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। वक्त वक्त पर सरकार अन्ना टीम को बताना चाहती हैं कि वह हर बात को मानने के लिए कतई तैयार नहीं हैं।