सूचना का अधिकार से बड़ा क्रांतिकारी कोई कानून नहीं: सूचना आयुक्त

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फर्रुखाबाद: कमालगंज के ब्लाक कार्यालय में हुई गोष्ठी में राज्य सूचना आयुक्त संजय यादव ने कहा कि सूचना का अधिकार से बड़ा क्रांतिकारी कोई कानून नहीं है। इससे शासक व प्रशासक जनता के प्रति जवाबदेह हो गए हैं। क्रियान्वयन में विसंगतियों से इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है।

उन्होंने प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों को सलाह दी कि वह विकास कार्यो के मिले धन का हिसाब एवं इंदिरा आवास, स्वच्छ शौचालय, बीपीएल सूची आदि के लाभार्थियों की सूचनाएं सार्वजनिक स्थानों पर अंकित कर पारदर्शिता लाकर जनता के सूचना मांगने की समस्याओं में कमी ला सकते हैं। अनावश्यक व दुर्भावनापूर्ण सूचनाएं मांगकर अधिकार का दुरुपयोग न करें।

ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे चिकित्सालय, जच्चा-बच्चा केंद्रों पर डाक्टरों के न आने एवं सहकारी समितियों पर खाद वितरण की सूचनाएं मांगकर विकास कार्यो में सहयोग करें।  ब्लाक प्रमुख राशिद जमाल सिद्दीकी ने कहा कि ब्लाक परिसर में शिकायत पेटिका लगवा दी गयी|

जनता के पैसों से वेतन पाने वाले अधिकारी व जनता के चुने गये जन प्रतिनिधियों को सूचना का अधिकार ही जवाबदेह बनाता है।  कार्यक्रम के बाद राज्य सूचना आयुक्त सुभाष पालीवाल के आवास पर गये। उपजिलाधिकारी सीपी उपाध्याय, खंड विकास अधिकारी देवेंद्र सिंह, प्रभाशंकर औदीच्य, दिलीप गुप्ता, राजेश यादव, गोपाल पालीवाल, सुधाकर पालीवाल, सतीश गुप्ता मौजूद रहे।