फर्रुखाबाद विकास मंच में भगदड़- युवा इकाई का सामूहिक इस्तीफा

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फर्रुखाबाद: एक साल पूरे होने के जश्न में अखबारों में छपे लाख रुपये के विज्ञापन धुंधले पड़ने लगे है, फर्रुखाबाद विकास मंच में मची भगदड़ सुर्खियाँ बटोर रही है| जैसे मंच से परत दर परत पर्दा हटाते ही नाटक की नर्तकिया बिना मेकअप के नजर आने लगती है| नाटक से ज्यादा मजा दर्शको को मंच के पीछे चल रहे मेकअप रूम में झाकने में आने लगता है और बेचारे मंच मालिक नाटक को असफल होते देख छद्म मुस्कराहट के साथ मौन धारण करने के सिवा कुछ न करने की स्थिति में आ जाते है| फर्रुखाबाद विकास मंच का हाल भी कुछ ऐसा ही नजर आने लगा है| फर्रुखाबाद विकास मंच की युवा इकाई के जिलाध्यक्ष आनंद विक्रम सिंह उर्फ़ बिट्टू परमार को मोहन अग्रवाल द्वारा विकास मंच से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद विकास मंच की पूरे जनपद की युवा इकाई ने बिट्टू परमार के समर्थन में सामूहिक रूप से विकास मंच से इस्तीफे की घोषणा कर दी| सामूहिक इस्तीफे के बाद मोहन अग्रवाल कुछ कहने की स्थिति में नहीं है सिवा इसके कि जब तूफ़ान आता है तो सबसे पहले चूहे जहाज छोड़ते है| अब तूफ़ान कौन सा आना है और चूहे कौन है इस बात का फैसला अभी तय होना है|

युवा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि समाज सेवी संगठन के नाम से गठित किये गए फर्रुखाबाद विकास मंच का मोहन अग्रवाल ने अपने निजी राजनैतिक हित साधने में इस्तेमाल किया| आज विकास मंच व बिट्टू परमार की बदौलत ही मोहन अग्रवाल को एक पहचान मिली है नहीं तो मोहन अग्रवाल को कोई नहीं पहचानता था|

पूर्व नगर अध्यक्ष आयूष पुरवार ने कहा कहा कि बिट्टू ने संगठन को आगे बढाने के लिए अथक परिश्रम किया जिसका नतीजा है कि आज हर कोई फर्रुखाबाद विकास मंच से भली प्रकार परिचित है नहीं तो मंच को कोई नहीं जनता था| मोहन अग्रवाल हम लोगों को मंच में शामिल होने का निमंत्रण खुद चलकर हमारे घर पर देने आये थे हमने लोगों ने उनसे मंच में शामिल करने की फ़रियाद नहीं की थी| लेकिन आज वही बिट्टू जो कल तक सब कुछ हुआ करता अपराधी हो गया असामाजिक हो गया, मोहन अग्रवाल को इस बात का खामियाजा भुगतना पडेगा|

नगर अध्यक्ष श्रमित गुप्ता ने कहा कि मोहन अग्रवाल ने जो आरोप बिट्टू के ऊपर लगाये हैं इससे युवा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है क्योंकि बिट्टू के जैसा कर्मठ कार्यकर्ता संगठन में दूसरा नहीं है, बिट्टू ने संगठन को आगे बढाने के लिए दिन रात एक करके मेहनत की है जिसका परिणाम आज दिखाई पद रहा है| उन्होंने कहा कि में इस बात का जबाब मोहन अग्रवाल से एक बार अवश्य मागूंगा कि किस आधार पर बिट्टू के ऊपर आरोप लगाये हैं|

राघव मिश्रा ने कहा कि मोहन बाबू पहले अपने आप को देखें फिर किसी और पर टिपण्णी करें| जिस व्यक्ति का कोई विचार ही स्थायी नहीं है वह दूसरों को क्या बताएगा, थोड़े से ही समय में मोहन अग्रवाल चार पार्टियां बदल चुके हैं| जब जिस पार्टी में शामिल होते हैं उसके गुण गाने लगते हैं और सब पार्टियां गलत हो जाती हैं|

राघव ने कहा कि मोहन अग्रवाल ने फर्रुखाबाद विकास मंच को बिना किसी संगठन पदाधिकारी की परामर्श से जन क्रान्ति पार्टी में विलय कर दिया जबकि फर्रुखाबाद विकास मंच का गठन रजनीति करने के लिए नहीं बल्कि समाज सेवा के लिए किया गया था| उन्होंने कहा की जो व्यक्ति अपने संगठन कार्यकर्ता का नहीं हुआ वह जनता का क्या हो जाएगा|

हिमांशु शाक्य ने कहा कि मोहन अग्रवाल ने युवाओं के मनोबल को गिराया है, जिसका बदला युवा उन्हें विधानसभा चुनाव में उनकी जमानत जब्त करवाकर लेंगे| हिमांशु ने कहा कि विधान सभा की क्या बात करें वह बिट्टू भाई के सामने सभासद का चुनाव ही लड़कर देख लें|

आनंद विक्रम सिंह ने कहा कि किसानों के खून पसीने की कमाई को लूटने वाला व्यापारी पैसे की दम पर समाज को खरीदने की कोशिश कर रहा है जिसे हम लोग सफल नहीं होने देंगे| उन्होंने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो हमारे युवा संगठन के किसी भी कार्यकर्ता के साथ सभासद का चुनाव जीतकर दिखा दें उसके बाद नगर पालिका और विधानसभा कि बात करें|

इस मौके पर छात्र सभा जिलाध्यक्ष वीरू यादव, कुशाग्र राहुल, कमालगंज ब्लाक अध्यक्ष आलोक ठाकुर, छात्र नेता अजय यादव, गोलू खान, नगर उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये| कार्यक्रम में भारी संख्या में फर्रुखाबाद विकास मंच के युवा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और बिट्टू परमार के समर्थन में मंच से इस्तीफे की घोषणा की|

उधर मोहन अग्रवाल ने पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध ली है|