गंधक-पोटाश गन चलानें में किशोर की मौत , साथी को पुलिस नें दबोचा

FARRUKHABAD NEWS



फर्रुखाबाद:(कायमगंज संवाददाता) बीती दीपावली की रात गंधक पोटाश गन से किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया | उसे उपचार के लिए सीएचसी लगा गया| जहाँ से हालत गंभीर होनें पर उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया| जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया| परिजन शव लेकर घर चले गये| पुलिस नें मृतक के साथी को हिरासत में ले लिया|




कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पपड़ी निवासी 17 वर्षीय अरुण पुत्र सरबन शाक्य पड़ोसियों के साथ आतिशबाजी चला रहा था | सरबन शाक्य नें बताया कि बेटे का पड़ोस के दोस्त से विवाद हो गया| जिस पर उसनें गंधक पोटाश गन अरुण की तरफ करके चला दी| जिससे अरुण गंभीर रूप से घायल हो गया| चीख पुकार सुनकर परिजन मौके पर एकत्रित हो गये| अरुण को लहुलुहान देखकर परिजन उसे लेकर सीएचसी कायमगंज पंहुचे| जहाँ

उसको प्राथमिक उपचार के बाद लोहिया अस्पताल रिफर कर दिया गया| लोहिया में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिससे परिजनों में चीत्कार मच गयी| परिजन शव लेकर घर चले आये। मृतक के पिता सरबन बाइक मिस्त्री हैं| मृतक अरुण के पिता सरबन की तहरीर पर पुलिस ने घटना में प्रयोग हुई अवैध कुंजी उसे चलाने वाले किशोर को अपनी हिरासत में ले लिया। वहीं शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के भेजा।


तीन सौ से एक हजार में बिक्री होती गंधक पोटाश गन
300 से लेकर1 हजार तक में अवैध कुंजी खुलेआम बेची जा रही है| यह कुंजी नल के पाइप व वाहनों के प्लंजर आदि लगाकर तैयार की जाती है| जिससे युवक अधिक मात्रा में भी गंधक पोटाश चला कर भारी आवाज उत्पन्न कर सके|



दो बहिनो का अकेला भाई था मृतक अरुण
गंधक-पोटाश गन के कारण दीपावली की खुशियां सरवन के घर मातम में बदल गयीं। अरुण घर में सबसे बड़ा बेटा था। अरुण एसएनएम इंटर कॉलेज में कक्षा नौ का छात्र था। उसकी दो छोटी बहिन 13 वर्षीय महक व 11 वर्षीय अंशिका हैं।
गंधक पोटाश गन से हो चुकी कई घटनायें
गंधक-पोटाश गन भर कर यह गन चलायी जाती है यह किसानों ने आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए जुगाड़ तकनीक से बनाई थी| ताकि तेज आवाज से जानवर भाग जायें लेकिन वर्तमान में युवाओं ने इसे अपना शौक बना लिया है वह तेज आवाज निकालने के लिए भारी मात्रा में गंधक पोटाश का इस्तेमाल करते हैं जिससे आये दिन घटना होती रहती है|