फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से रक्षा बंधन उत्सव रविवार को धूमधाम व हर्षोल्लास से शहर के बढ़पुर स्थित एक गेस्ट हॉउस में मनाया गया। जिसमे सामाजिक समरसता और पर्यावरण की चिंता का संदेश भी दिया गया|
रक्षाबंधन कार्यक्रम के मुख्य वक्ता क्षेत्र बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मिथिलेश कुमार ने कहा किकि भारत वर्ष उत्सव का देश है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सिर्फ छह उत्सव चुना, जिसमें एक प्रमुख उत्सव रक्षाबंधन उत्सव है, जो रक्षा का संकल्प दिलाता है। रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन का ही उत्सव नहीं, अपितु राष्ट्र व समाज की रक्षा का संकल्प है। इसलिए परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधते हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विशाल हिंदू समाज को जागृत करने के लिए रक्षाबंधन जैसे उत्सव को प्रतिवर्ष मनाता है। रक्षा सूत्र में बंधकर एक दूसरे को रक्षा का वचन देते हुए एक विशाल सुदृढ़ समाज का संगठन हो ताकि विधर्मी शक्तियां पराजित हो जाएं। यही समरसता का भाव हमे समाज में रखना चाहिए। उन्होंने कहा की पौराणिक दृष्टि से एवं इतिहास में अनेक ऐसे अवसर हैं जब रक्षा सूत्र का बंधन किया गया जिसमें श्री कृष्णा की उंगली काटने पर द्रौपदी द्वारा अपनी धोती फाड़ कर उनको उनके चोट पर बांधना हो या देवताओं द्वारा शंकर जी के आह्वान पर उनको रक्षा सूत्र बांधना किंतु आज समाज में अनेक विद्रूपता आ रही हैं उनसे भी हमें मुकाबला करना है| आज पर्यावरण की चिंता भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जिस प्रकार से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हो रहा है और जल का दुरुपयोग हो रहा है आने वाले समय में हमारी आगामी पीढ़ियोको इसका दुष्परिणाम देखना पड़ेगा । कार्यक्रम की अध्यक्षता पुखराज डागा ने की| इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि ईश्वरदास ब्रह्मचारी,भंते नागसेन ,डॉ. सुनीता यादव, गुरुविंदर सिंह नें भी विचार रखे|
कार्यक्रम में विधायक सुनील दत्त, नागेंद्र सिंह, सुशील शाक्य, डॉ. सुरभि, मुकेश राठौर, भारती मिश्रा, अनिल प्रताप सिंह, राजेंद्र त्रिपाठी, वीरेंद्र मिश्रा, डॉ. सुबोध वर्मा, भूपेंद्र प्रताप सिंह, सुरेंद्र पांडेय,अरविंद दीक्षित आदि भी रहे|