फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शहर में चल रही कोचिंग सेंटरों का पंजीकरण नहीं हैं, उनका अवैध तरीके से संचालन किया जा रहा है। जिन 69 कोचिंग सेंटरों का पंजीकरण था, उनके संचालकों ने चार साल से कोई नवीनीकरण नहीं कराया है। विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी, लेकिन जांच करने की वह भी हिम्मत नहीं जुटाते हैं। जिस कारण अवैध तरीके से कोचिंग सेंटरों का संचालन बढ़ता ही जा रहा है। किसी भी आग लगने पर बचाव के कोई साधन भी नहीं हैं।
जिले में कोचिंग सेंटर खुलने की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है, संचालक बिना पंजीकरण कराए सेंटर खोलकर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर देते हैं। वर्ष 2018-19 में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 69 कोचिंग सेंटर पंजीकृत थे। कोचिंग सेंटर में आग से निपटने के लिए सभी उपाय होने चाहिए, इसलिए अग्निशमन विभाग की एनओसी बिना पंजीकरण पर रोक लगा दी गई थी। जिस कारण 69 कोचिंग सेंटरों के संचालकों ने चार साल से नवीनीकरण तक नहीं कराया। बिना नवीनीकरण के सभी कोचिंग सेंटर चल रहे हैं। इस समय करीब एक सैकड़ा से अधिक कोचिंग सेंटर खुल गए होंगे। कुछ को छोड़ अधिकांश कोचिंग सेंटर ऐसी जगह खुले हैं, जहां आग की घटना होने पर दमकल की टीम व उसकी गाड़ी नहीं पहुंच सकती है। क्योकि वह गलियों में संचालित हो रहे हैं। इसकी जानकारी विभागीय अफसरों को अच्छी तरह हैं, लेकिन इन चार साल में विभागीय अफसरों ने एक बार भी निरीक्षण करना मुनासिव नहीं समझा, जिस कारण अवैध तरीके से कोचिंग सेंटरों का संचालन हो रहा है।
बोले जिम्मेदार
जिन 69 कोचिंग सेंटरों का नवीनीकरण नहीं हुआ हैं, उनकी जांच टीम बनाकर कराई जाएगी। सभी को नोटिस भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा अन्य जो कोचिंग सेंटर चल रहे हैं। उन सभी की जांच होगी और कार्रवाई की जाएगी।
नरेंद्र पाल सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक फर्रुखाबाद