सलाखों के पीछे भाई की कलाई पर बांधा प्यार , उपहार में मिला तिरंगा

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शुक्रवार को जिला जेल और सेंट्रल जेल में रक्षाबंधन पर भी भाई और बहनों का प्यार दिखा। बहनें अपने भाइयों के हाथों पर राखी बांधने यहां पहुंची। उस समय वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं जब सलाखों में बंद बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी। जिला जेल में कई महिलाएं विचाराधीन बंदी हैं जिनसे राखी बंधवाने उनके भाई पहुंचे थे।
कारागार में रक्षाबंधन का पर्व श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया। यहां काफी बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची थीं। इस दौरान माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया। बहनों और भाइयों दोनों की ही आंखें नम हो गईं। बहनों ने अपने भाइयों के जल्द रिहा होने की दुआ मांगी। त्योहार को देखते हुए जेल में कैदियों के लिए विशेष भोजन बनवाया गया। आजादी के अमृत महोत्सव सप्ताह के तहत रक्षाबंधन पर जिला कारागार में राष्ट्रप्रेम व देशप्रेम से मनाए जाने की कड़ी में जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने जेल में बंदी भाइयों को राखी बांधने आयीं बहिनों को जेल में बंदियों द्वारा निर्मित तिरंगा झंडा उपहार स्वरूप देकर जेल से तिरंगा यात्रा के रूप में अपने अपने घरों को विदा किया| जिला कारागार में कुल 1017 बहनों नें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बाँधी| वहीं जेल में बंद बहनों से राखी बंधानें 11 भाई पंहुचे|
सेन्ट्रल जेल में कुल 433 नें की मुलाकात
सेन्ट्रल जेल में कुल 320 बहनों के साथ ही उनके साथ कुल 90 बच्चे व 23 पुरुषों नें मुलाकात की| बहनों ने भाईयों की कलाई पर प्यार बांधा| इसके साथ ही बहनों नें उनके मस्तक पर तिलक लगाकर जल्द रिहा होनें की कामना की|
सेन्ट्रल जेल के भीतर मोबाइल लेकर पंहुच गयी महिला
रक्षाबंधन के दौरान जेल में मुलाकात करनें आयी महिला जेल की सुरक्षा में सेध लगाकर मोबाइल लेकर पंहुच गयी| जेल के मुख्य गेट से लेकर भीतर तक कई चरणों में की जानें वाली सघन तलाशी के बाद भी महिला मोबाइल लेकर जेल के भीतर दाखिल हो गयी| कार्यवाहक अधीक्षक बद्री प्रसाद नें बताया की महिला गलती से मोबाइल लेकर भीतर आ गयी थी| उसे बाहर कर दिया गया था|