प्रसूताओं की सुरक्षा के लिए मई में चलेगा अभियान

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फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए एक मई यानि रविवार से ‘ एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान चलाया जाएगा । मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जायेगा। अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध करेंगी, ताकि सेहत को लेकर उनका फालोअप किया जा सके। अभियान की सफलता के लिए मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का उन्मुखीकरण किया गया |
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ० दलवीर सिंह ने कहा कि रविवार यानि एक मई से 31 मई तक चलने वाले अभियान में प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिलाओं तक आयरन, कैल्शियमव फोलिक एसिड की उपलब्धता और दवाओं का सेवन सुनिश्चित करने का कार्य किया जाएगा। इसकेसाथ ही प्रसव पूर्व जांच तथा समय सेगोलियों के सेवन के लिए भी जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान में मातृ पोषण के लिए आवश्यक दवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। डॉ सिंह ने बताया कि एक मई से 24 मई तक गर्भवती और धात्री पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । 25 से 31 मई तक छूटे हुए लाभार्थियों के लिए मापअप सप्ताह मनाया जाएगा और आवश्यक सेवाएँ प्रदान की जाएगी।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अतुल गुप्ता ने बताया कि एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान के तहत मिलने वाली सेवा सभी स्वास्थ्य इकाईयों, ओपीडी और आईडीपी, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी),पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) तथा पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) प्लस एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से भी दी जायेगी।
अतुल ने बताया कि जिले में पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 56,652 गर्भवती थीं जिनके सापेक्ष 21,555 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कराया गया |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सर्वेश यादव,डीपीएम कंचन बाला, डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह, यूनिसेफ से डीएमसी राजीव चौहान, सभी ब्लॉक के एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम, फार्मासिस्ट और प्रतिरक्षण अधिकारी मौजूद रहे |
इन केन्द्रों के माध्यम से मिलेंगी सेवाएँ
• सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर ओपीडी और आईडीपी के माध्यम से
• ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस ( वीएचएसएनडी) के माध्यम से
• पीएमएसएमए तथा पीएमएसएमए प्लस के माध्यम से
• मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से