फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) रविवार को जिला जेल में उत्सव जैसा माहौल था| हर कोई अपनी-अपनी जिम्मेदारी पूरी करनें की जुगत में लगा था| जेल की सलाखों के पीछे मंगलगीत गाये जा रहे थे | महिला बंदी सुर में सुर में मिला रहीं थी| लग ही नही रहा था की यह जेल है या कोई परिवार! रविवार को जिला जेल में अपनी माँ के साथ बंद मासूम तीन बच्चो का मुंडन संस्कार कराया गया| पूरी प्रक्रिया वहीं हुई जो घरों में होती है| किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे इसका पूरा ध्यान रखा गया|
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान से जिला जेल में मुंडन संस्कार का आयोजन किया गया| मुंडन संस्कार में मुख्य अतिथि जिला जज की पत्नी कमला देवी, अपर जिला जज प्रथम की पत्नी ममता राय, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की पत्नी डाo रत्ना सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता सिंह पत्नी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की मौजूदगी रही| जिला जज की पत्नी कमला देवी नें सभी महिला बंदियों को एक-एक साड़ी व सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुएं उपहार स्वरूप भेट की गई। विशिष्ट अतिथियों द्वारा महिला बंदियों के साथ रह रहे सभी बच्चो को उपहार स्वरूप कपड़े टाफी इत्यादि उपहार में दिए गये। मुंडन संस्कार में महिला बंदियों ने मातारानी के भक्ति गीत गाए गये । भक्ति गीतों पर छोटे छोटे बच्चो ने खुशी से खूब नृत्य किया |जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने बताया कि किसी मनुष्य के जीवन में सनातन धर्म में सोलह संस्कारों में से मुंडन संस्कार एक अति महत्त्वपूर्ण संस्कार है । तीन बच्चो जिनका मुंडन संस्कार हुआ है उनमें से बच्ची वैष्णवी का जन्म जेल में ही हुआ है ।