सेहत की अनदेखी से युवाओं में तेजी से बढ़ रहे रोग

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) हर साल सात अप्रैल को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है | इसके साथ ही महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं को उजागर करने के लिए भी दुनिया भर के लोगों का ध्यान उनके बेहतर स्वास्थ्य के प्रति आकर्षित करता है |आज के समय में हर तरह की परिस्थिति का सामना करने के लिए शारीरिक मानसिक और आर्थिक रूप से तैयार होना बहुत जरूरी है | कोविड-19 इसका एक बड़ा उदाहरण है, जिसने सारे विश्व को उनके अच्छे स्वास्थ्य के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है | यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने विश्व स्वास्थ्य दिवस की पूर्व संध्या पर कहीं |
सीएमओ ने कहा – वर्तमान में और कोविड-19 के दौरान जोखिम की परवाह किये बगैर नर्स और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता रोगियों को आवश्यक उपचार, देखभाल और सहायता प्रदान करने में आगे रहे| उनकी निस्वार्थ सेवा और साहसी कार्य को विश्व स्वास्थ्य दिवस पर सैल्यूट |
सीएमओ ने कहा  आज जब कोरोना से लड़ने के लिए टीका आ गया है तो यह हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मेहनत और लगन ही है जो इस मुश्किल घड़ी में भी लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के साथ अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी गतिविधियों में भी भाग ले रहे हैं | उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थति में भी हमें अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए कुछ समय निकालना होगा तभी हम स्वस्थ होंगे और लोगों की सेहत का ध्यान रख पाएंगे |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० दलवीर सिंह ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी और बदलती जीवन शैली ने सबसे अधिक युवा पीढ़ी को प्रभावित किया है । जीवन में जल्दी से जल्दी बहुत कुछ हासिल कर लेने की चाह ने जहाँ उनके सुकून को छीन लिया है वहीँ उनके पास न तो सही से खाने का वक्त होता है और न ही सोने का । फ़ास्ट फ़ूड और दिखावे के लिए शराब और सिगरेट का सहारा लेने वाले युवाओं में हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर और हाइपरटेंशन जैसे गैर संचारी रोग अब 30 साल की उम्र में ही शरीर पर कब्ज़ा जमाने लगे हैं, जबकि यह बीमारियाँ पहले 40 साल की उम्र के बाद की मानी जाती थीं ।
डॉ० सिंह ने कहा कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ ही मानसिक रूप से भी स्वस्थ होना बहुत जरूरी है । इसके लिए जरूरी है कि सही पोषण के साथ ही ध्यान, योग और प्राणायाम को भी जीवन में शामिल किया जाए । शारीरिक श्रम से मुंह मोड़ने का ही नतीजा है कि शरीर बीमारियों का घर बन रहा है । गैर संचारी रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि हर रोज कम से कम 45 मिनट तक कड़ी मेहनत व शारीरिक श्रम किया जाए । इससे हृदय रोग और डायबिटीज से शरीर को सुरक्षित बना सकते हैं । इसके अलावा तम्बाकू उत्पादों के सेवन और शराब से नाता तोड़ने में ही सही सेहत के सारे राज छिपे हैं । उन्होंने कहा कि इस दिवस पर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य जाँच के साथ ही उन्हें किस तरह से अपनी जीवन शैली में सुधार लाना है,इस बारे में जागरूक किया जायेगा |