चमकदार फलोंं को ताजा समझने की न करें भूल

FARRUKHABAD NEWS

डेस्क: परंपरागत तरीके के बजाए फलों को पकाने और तरोताजा रखने के लिए खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। लंबे समय तक सेहत को दुरुस्त करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इस तरह के फल आपकी बीमारी की वजह बन सकते हैं। खतरनाक केमिकल से पकाए जा रहे फल कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म दे रहे हैं।
होली हो या दीवाली या फिर कोई भी मौका। फलों की डिमांड तो हमेशा ही रहती है। कोरोना संक्रमण के बाद तो फलों की डिमांड और बढ़ गई है। फलों के कारोबार की चमक के बीच सेहत से खिलवाड़ भी की जा रही है। दरअसल फलों को समय से पहले ही आपूर्ति के चक्कर में खतरनाक केमिकल से पकाया जा रहा है। केला, आम, सेब और पपीते सहित तमाम फलों में खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल हो रहा है जो कैंसर जैसी घातक बीमारी की वजह बन सकते हैं।
सेब की चमक से दूर रहेः दुकानों और ठेलों पर चमकते सेब खूब बिकते नजर आते हैं। दरअसल, सेबों की परज चमकाने के लिए कई फल कारोबारी वैक्स का इस्तेमाल करते हैं। सेब खाने पर वैक्स सीधा आपके पेट में जाता है। यह इसलिए लगाया जाता है ताकि सेब लंबे समय तक ताजा और चमकदार दिखे।
केले-पपीते में एथलीनः कार्बाइड के अलावा केलो पपीते को जल्दी पकाने के लिए एथिलीन केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है। कई जगह पर इससे फलों को पकाया जा रहा है। दरअसल एक दिन में इसकी मदद से फलों को पका दिया जाता है।
नियमः खाद्य संरक्षा और मानक अधिनियम-2011 के तहत कार्बाइड या किसी तरह के केमिकल से फलों का पकाया जाना प्रतिबंधित है। इसके लिए इसके भंडारण और बिक्री करने वालों के खिलाफ सजा का प्राविधान है। एक्ट के अनुसार किसी भी फल को रसायन लगाकर पकाया नहीं जा सकता है। ऐसा करने पर कार्रवाई होगी।काबाईड बेहद खतरनाकः केला, आम और पपीता जैसे फलों को जिस कैल्श्यिम कार्बाइड में पकाया जाता है उसमें आर्सेनिक व फास्फोरस तैसे तत्व पाए जाते हैँ। जब यह पानी के संपर्क में आते हैं तो एसीटिलीन गैस निकलती है। इसके लगातार इस्तेमाल से कैंसर का खतरा हो सकता है। इसके अलावा कई तरह की पेट की बीमारियां भी हो सकती हैं। डाक्टर विनोद वर्मा का कहना है कि गैस के रिसाव के कारण कई बार गोदामों में कर्मचारियों को सिर में दर्द, चक्कर आना, मानसिक उलझन और अत्यधिक नींद आना, मानसिक उलझन और दिमाग में सूजन हो सकती है।
कैसे करें पहचान
खरीदार करते समय बेहद चमकदार फलों से दूर रहें
ऊपरी परत अगर बहुत अधिक चिकनी हो तो सावधान रहें
कार्बाइड से पकाए गए फलों का रंग जल्द ही रंग काला होने लगता है
फल पूरी तरह से मीठे नहीं होते कहीं पर बहुत मीठे तो कहीं पर कच्चे होते हैं
केलों का ऊपरी हिस्सा काला पड़ जाता है