दफाली की जगह मसऊदी शब्द का प्रयोग करे सरकार

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शनिवार को शहर के नखास स्थित बीजेपी नेता हाफिज पुत्तन मियाँ के आवास पर मुस्लिम मसऊदी समाज की बैठक आहूत की गयी| जिसमे जाति सूची से दफाली शब्द को प्रथक करनें की मांग रखी गयी| उसकी जगह से मसऊदी शब्द का प्रयोग किया जाये|
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा व आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कानपुर प्रान्त संयोजक हाफिज पुत्तन मियाँ ने कहा कि जैसे अन्य जातियों को उप नाम दिए गये ठीक उसी तरह से मसऊदी बिरादरी को भी उपनाम से जाना जाए और जाति प्रमाण पत्र भी मसऊदी जाति के नाम से ही दिये जानें जैसे अन्य मुस्लिम जातियों को दिया जाने लगा है| उन्होंने कहा की जाति सूची से दफाली शब्द जो लिखा हुआ है वो बहुत ही गंदा और ओछा शब्द है| भारत सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग में आने वाली जितनी भी जाति थी उन सभी बिरादरियों को ओछे नाम दिये जैसे जुलाहा, कुंजड़ा, कसाई, बेहना,धुना, नाई,जो कि अच्छे नाम नहीं थे| इन सभी बिरादरी के लोगों को आज उप नामों से जाना जाता है जैसे अंसारी, क़ुरैशी, मंसूरी, जैसे उप नामों के माध्यम से आज लोग इन्हें जानने लगे हैं| इसी तरह जाति सूची से दफाली शब्द के स्थान पर मसऊदी लिखा जानें की अति आवश्यक है| मसऊदी जाति के लोगों ने देश के लिए बहुत कुछ किया है, खेल की दुनिया मो० अजरुद्दीन हो चाहें युद्ध की दुनिया में मिसाइल मैंन एपीजे अब्दुल कलाम आदि कई शख्सियतें मसऊदी जाति से ही हैं|
इस दौरान मोहम्मद साजिद मसऊदी, कासगंज से अच्छन मियाँ मसऊदी, लखनऊ से आये सिराज मसऊदी, मोहम्मद इरशाद मसऊदी, ज़मीर आलम मसऊदी, मोहम्मद अहमद मसऊदी, मोहम्मद असद मसऊदी, मोहम्मद अरशद मसऊदी,चाँद मियां मसऊदी, रफ़्फ़न मियाँ मसऊदी, मोहम्मद कलीम मसऊदी,मोहम्मद शकील मसऊदी,आदि रहे।