फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) दरअसल इतिहास के झरोखों से यदि झांके तो जनपद की चार विधान सभा सीटों पर 1951 में कांग्रेस नें कब्जा जमा लिया था| इस चुनाव के आठ साल बाद एक साथ फिर चारों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा जमाया| इन दो चुनावों के अलावा कभी भी चारों सीटो पर कांग्रेस कब्जा नही जमा सकी| 2002 के बाद 20 साल के लम्बे अन्तराल में हुए विधान सभा चुनाव में एक भी सीट पर कांग्रेस पंजे की पकड़ मजबूत नही कर सकी|
जानकारी के अनुसार तो 1951 के पहले विधानसभा चुनाव में जनप की चारों सीटों छिबरामऊ ईस्ट कम फर्रुखाबाद, फर्रुखाबाद सेंट्रल कम कमालगंज, कायमगंज पश्चिमी, फर्रुखाबाद वेस्ट कम छिबरामऊ पर कांग्रेस ने जीत हासिल की| इसके बाद 1957 में कांग्रेस तीन सीटों कायमगंज, फर्रुखाबाद, भोजपुर पर ही चुनाव जीती सकी| तो 1962 यह संख्या एक सीट पर ही सिमट गयी जिसमे काग्रेस भोजपुर विधान सभा से चुनाव जीती थी|। 1967 में कांग्रेस ने दो सीटें फर्रुखाबाद, मोहम्मदाबाद पर चुनाव जीता। 1969 के चुनाव में फिर कांग्रेस के हाथ को जनता का साथ मिला और चारों सीटें फर्रुखाबाद, कमालगंज, कायमगंज, मोहम्मदाबाद पार्टी ने जीतीं। 1974 के चुनाव में कांग्रेस कमालगंज, फर्रुखाबाद सीट से चुनाव जीती| 1977 में हुए चुनाव में मोहम्मदाबाद सीट पर कब्जा किया| 1980 में एक बार फिर से मोहम्मदाबाद पर कब्जा बरकरार रखा| 1985 के चुनाव में कमालगंज व मोहम्मदाबाद पर अपना कब्जा जमाया| 1989 में फर्रुखाबाद, 1991 के चुनाव में मोहम्मदाबाद, 1993, 1996 के चुनाव में एक भी सीट कांग्रेस के कब्जे में नही गयी| 2002 के चुनाव में कायमगंज से लुईस खुर्शीद चुनाव जीती थी| इसके बाद से जिले में कांग्रेस की एक भी सीट पर कब्जा नही जमा सकी|