जेल में बबाल के दौरान बंदियों नें डिप्टी जेलर को पीटा, पथराव व बबाल में 30 पुलिस कर्मी व एक बंदी भी घायल

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फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिला जेल में बंदियों द्वारा किये गये बबाल और आगजनी के दौरान जेल के डिप्टी जेलर की जमकर पिटाई कर दी गयी| वहीं बंदियों नें जेल के मुख्य गेट से लेकर गुमटी, अस्पताल में भी तोड़कर तांडब किया| एक बंदी गंभीर रूप से घायल हो गया उसे सैफई रिफर किया गया है| आरोप है कि एक जेल अधिकारी नें बंदी के गोली मारी है| वहीं 30 पुलिस कर्मियों के घायल होनें की पुष्टि हुई है|
दरअसल जिला जेल में वर्ष 2012 से दहेज हत्या के मामले में बंदी संदीप यादव पुत्र रनवीर सिंह निरुद्ध थे| वर्ष 2016 में उसे आजीवन कारावास की सजा भी हो गयी थी| 5 नवम्बर को बंदी संदीप को डेंगू की समस्या होनें पर सैफई को रिफर कर दिया गया था| बीती शाम 7:30 बजे सैफई में इलाज के दौरान बंदी संदीप की मौत हो गयी| जिस पर जेल प्रशासन नें मृतक बंदी संदीप के रिश्तेदार जिले जेल में पास्को व दुष्कर्म के मामले में बंद संजीब यादव को इसकी सूचना दी गयी| सुबह 7:30 बजे जेल कर्मी बैरकों में  डिप्टी जेलर शैलेश सोनकर के ऊपर अचानक 9 नम्बर बैरक में पिटाई कर दी| इसके साथ ही साथ पूरे जेल परिसर के बंदी हमलावर हो गये| जेल के मेंन गेट तक बंदी आ गये थे| आक्रोशित बंदियों के जेल के अस्पताल में दीवारों के अलावा कुछ भी नही छोड़ा सब में तोड़कर आग लगा दी| जेल की गुमटी व् बैरकों में जमकर तोड़फोड़ की| पानी के पाइप आदि भी उखाड़ दिये| सीसीटीवी भी तोड़ दिया|
सूचना पर बंदियों से मोर्चा बंदी करने पंहुचे 30 पुलिस कर्मी घायल हो गये|
घायल बंदी नें डिप्टी जेलर व जेलर पर लगाया गोली मारने का आरोप
बबाल के दौरान पेट में गंभीर रूप से घायल बंदी बंदी शिवम पुत्र मुन्ना जैनापुर राजेपुर चोरी के आरोप में जिला जेल में बंद था|उसने लोहिया अस्पताल में उपचार के दौरान आरोप लगाया की वह बबाल के दौरान बैरक का गेट बंद कर रहा था तभी डिप्टी जेलर शैलेश सोनकर व जेलर ने उसके पेट में गोली मार दी| घायल बंदी शिवम को लोहिया अस्पताल से उसे सैफई रिफर कर दिया गया| वहीं जेल में फिल्ड यूनिट, बम निरोधक दस्ता आदि भी पंहुचे और जाँच की|
जेल के भीतर पुलिस ने बंदियों को भी पीटा
हंगामा कर रहे बंदियों पर काबू पाने के लिए पुलिस नें बंदियों पर जमकर लाठीचार्ज किया| जिससे  कई बंदी भी चुटहिल हुए| केबल एक ही बंदी के घायल होनें की सूचना पुलिस नें दी है| पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि पुलिस नें गोली नही चलायी| ना ही कैदी के गोली मारी गयी है| 30 पुलिस कर्मी बबाल में घायल हुए है| उपद्रवी बंदीयों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा| फिलहाल मामले को शांत कर दिया गया है| पुलिस नें दबाब बनाया लेकिन लाठी चार्ज नही किया| बबाल क्यों हुआ इसकी जाँच की जायेगी|