साहित्य-कला संगीत के त्रिवेणी संगम से आचार्य ‘कंचन’

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फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता)  कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के द्वारा आचार्य ओम प्रकाश मिश्र ‘कंचन’ की जन्म स्मृति में सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन महादेव प्रसाद स्ट्रीट स्थित नटराज भवन में किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर शिवओम ‘अम्बर’ ने की ।
रविवार को आयोजित काव्य गोष्ठी में मुख्य अतिथि ब्रजेंद्र श्रीमाली रहे| वहीं विशिष्ट अतिथि सुरेंद्र पाण्डेय रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शिवओम अम्बर ने की, उन्होंने कहा कि कविवर आचार्य ओम प्रकाश मिश्र ‘कंचन’ साहित्य-कला संगीत के त्रिवेणी संगम रहे हैं। उनकी उपस्थिति समग्र परिवेश को उर्जावन्त रखती थी। उन्होंने फर्रुखाबाद में नई पीढ़ी को संस्कारित करने में बड़ी भूमिका निभाई जो हिंदी साहित्य में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने निभाई थी।
इस दौरान उन्होंने कहा निंदा हो अभिनन्दन हो,
अन्तस् को अविकारी रख। श्रीमद्भागवत गीता पढ़, युद्ध निरन्तर जारी रख। वहीं कवि राम अवतार शर्मा ‘इंदु’ ने देख रहे हो जो कुछ वह सब बचा नहीं आसानी से, कई बार तो भूख मिठाई ठन्डे-ठन्डे पानी से। पंक्तियां पढ़ी । कार्यक्रम संयोजक उत्कर्ष अग्निहोत्री ने जीवन कसौटी रहा और उस कसौटी पर, एक स्वर्ण रेखा खींच गए कंचन जी। पंक्तियाँ पढ़ी कर आचार्य ओम प्रकाश मिश्र ‘कंचन’को नमन किया।
इसी क्रम में कवयित्री प्रीति तिवारी ने कृष्ण वन जाओ तुम राधिका में बनूँ, आपके नाम की राधिका मैं बनूँ । पंक्तियों को पढा। वहीं दिलीप कश्यप ने देश में जहर घोलने वालो को चेताते हुए,कहा ‘मानवता का हनन कर फुलाया अतिवाद, आस्तीन के साँप ने किया देश बर्बाद।
कवि दिनेश अवस्थी ने ‘वक्त अब भी थोड़ा सम्भल जाइए, सच्चे जीवन के ढाँचे में ढल जाइए। कार्यक्रम का संचालन कर रहे महेश पाल सिंह उपकारी ने कहा गंगा जमुनी तहजीब को जो मिलकर आग लगाते हैं। वो छिपे हुए गद्दार है जो नफरत के बीज उगाते है।
वहीं निमिष टण्डन ने ‘ आँख से आँख जब भी मिलाया करो,तो इशारों में सब कुछ बताया करो। ग़ज़ल पढ़ी वहीं उपकारी मणि उपकार ने झुलस रही है बराबर ही उंगलिया उसकी, एमजीआर चिरागा जलाने में लगा रहा शेर पढा।
कार्यक्रम में आये सभी साहित्य अनुरागियों का स्वागत संस्था सचिव अरविंद दीक्षित ने स्वागत किया । कार्यक्रम समापन पर संयोजक उत्कर्ष अग्निहोत्री ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
अनुभव सारस्वत, शशिकांत, पाण्डेय रविंद्र भदौरिया, नेहा सक्सेना, रजनी लावानी, गुड्डू अग्रवाल मोहन शुक्ला, चित्रा अग्निहोत्री, अजय दीक्षित भूपेंद्र प्रताप सिंह, नवीन मिश्रा ‘नब्बू, सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।