लखनऊ: केन्द्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय और एमएसएमई उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय वाणिज्य उत्सव का शुभारंभ नरेन्द्र मोदी सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान इस वाणिज्य उत्सव का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत का संकल्प 130 करोड़ भारतीयों के प्रयास से पूरा होगा। मंत्री ने उद्योगों के लिए भारत सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना की आपदा के बावजूद देश और उत्तर प्रदेश का निर्यात बढ़ा है। सरकार हर जिले को एक्सपोर्ट हब बनाना चाहती है। एक जिला एक उत्पाद योजना इसे मजबूत कर रही है। अनुप्रिया पटेल ने इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारत के बड़े सपने को पूरा करने में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी।
अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत में अब तक 739 जिलों का एक्सपोर्ट प्लान तैयार हो गया है। अब तो 2028 तक भारत सरकार का दो ट्रिलियन डालर निर्यात का लक्ष्य हो गया है। देश में कोरोना काल के बाद भी सरकार का निर्यात 67 प्रतिशत बढा है। इसमें कोई शक नहीं है कि देश में ओडीओपी से निर्यात बढ़ा है। अब 31 दिसम्बर से पहले निर्यातक अपनी बकाया राशि के लिए दावा करें।
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए भारत सरकार की तरफ से बकाया 56 हजार करोड़ रुपये से अधिक की निर्यात प्रोत्साहन राशि जारी कर दी गयी है। उन्होंने निर्यातकों से इस राशि को पाने के लिये 31 दिसम्बर से पहले आवेदन/क्लेम करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत, लोकल फार वोकल तथा मेक इन इंडिया का ही परिणाम है कि कोविड-19 के विषम समय में भी भारत का निर्यात बढ़ा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले वित्तीय वर्ष में भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था छह प्रतिशत की दर से बढ़ेगी और 2021 में वैश्विक मर्चेंडाइज बढ़कर 8 प्रतिशत हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष 2020-2021 मे भारत सरकार का मर्चेडाइज एक्सपोर्ट का लक्ष्य 400 बिलियन डालर का है। 2027-2028 में हम इसे बढाकर 2 ट्रिलियन डालर तक लेकर जायेगें। दो ट्रिलियन डालर में एक ट्रिलयन डालर का योगदान मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का होगा और एक ट्रिलियन डालर को योगदान सॢवस एक्सपोर्ट का होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों के बावजूद पिछले पांच महीने के अंदर भारत का निर्यात 67 प्रतिशत बढ़ा है, पिछले वर्ष पहले पांच महीनों के अंदर भारत सरकार का निर्यात 98 बिलियन डालर था जो कि इस वर्ष बढकर 164 बिलियन डालर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि उतर प्रदेश में भी महामारी के वाबजूद निर्यात में किसी तरह की कमी नहीं आयी। 2017 से पहले उतर प्रदेश का निर्यात 84 हजार करोड़ रुपये हुआ करता था जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार में बढ़कर एक लाख 21 हजार करोड़ हो गया है।
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था कि निर्यात को बढावा देने के लिए बेहद आवश्यक है कि हर जिले का एक ऐसा उत्पाद चुना जाये जिसका निर्यात किया जा सके। जिसकी तर्ज पर उतर प्रदेश सरकार की एक जिला, एक उत्पाद योजना निर्यात में काफी सराहनीय भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मे अपार संभावनाएं भी है उन्होंने कहा कि निर्यातकों के प्रदेश में उतर प्रदेश 5.6 प्रतिशत की दर के साथ पांचवे नम्बर पर है। प्रदेश के निर्यात का 80 प्रतिशत श्रेय ओडीओपी योजना को जाता है। उतर प्रदेश पहला एक एसा राज्य है जिसकी खुद की अपनी एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट पालिसी है।
उन्होंने कहा कि भारत के उत्पाद और निर्यातक शक्ति की झलक दुबई एक्सपो मे देखने को मिलेगी जो एक अक्टूबर 2021 से एक मार्च 2022 तक चलेगा और भारत उसमें सक्रिय रुप से सहभागिता करेगा। इस दौरान लखनऊ की चिकनकारी और भदोही की कालीन की गुणवत्ता पूरा विश्व देखेगा। उन्होंने कहा कि निर्यात को बढावा देने के लिये अब तो एडवांस आथराइजेशन स्कीम है जिसके अंतर्गत निर्यात उत्पाद के लिये जो भी वस्तुएं आवश्यक है वो ड्यूटी फ्री होंगी।दो दिवसीय इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को उत्तर प्रदेश सरकार के एमएसएमई राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल और भारत सरकार के संयुक्त सचिव अनंत स्वरूप ने भी संबोधित किया।