लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 16 सितंबर से लेकर 20 सितंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम सभा और शहरी क्षेत्रों में वार्डों में कैंप लगाए जाएगा। उत्तर प्रदेश में इस योजना के 7.60 करोड़ लाभार्थी हैं और इसमें से अब तक डेढ़ करोड़ के ही कार्ड बनाए गए हैं। ऐसे में अब आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाया जाएगा।
स्टेट एजेंसी फार कांप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के काम में और तेजी लाई जाएगी। विशेष अभियान के तहत लाभार्थियों के अधिक से अधिक कार्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए छह सितंबर से जागरूकता अभियान भी शुरू किया जा रहा है। इसके तहत आशा वर्कर लोगों के घर-घर जाकर उन्हें कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करेंगी।जुलाई 2021 से आयुष्मान योजना का लाभ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 40 लाख अंत्योदय राशन कार्ड धारक परिवारों के 1.30 करोड़ लाभार्थियों को भी दिया जा रहा है। उधर पहले से वर्ष 2011 में कराए गए सामाजिक व आर्थिक सर्वे के आधार पर 6.30 करोड़ लाभार्थियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। ऐसे में अब लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 7.60 करोड़ हो गई है। ऐसे में आयुष्मान कार्ड बनाने पर जोर दिया जा रहा है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों व प्राइमरी स्कूलों आदि में कैंप लगाया जाएगा।केंद्र सरकार आम लोगों को हितों को लेकर कई योजनाएं चला रही है। इनमें से आयुष्मान भारत योजना भी एक है। नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के गरीब परिवारों को मुफ्त और बेहतर इलाज की सुविधा देने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है। इस योजना की सबसे खास बात है कि इसमें इलाज का खर्च हेल्थ इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति को नहीं देना होगा।