लखनऊ: कमरे में बैठकर की जानी वाली पुलिसिंग अब नहीं चलेगी। अधिकारी फील्ड पर निकलें और लोगों व पुलिस के बीच की दूरी कम हो। डीजीपी मुकुल गोयल ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को यह कड़ा संदेश दिया है। बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पहली बार अधीनस्थों से मुखातिब हुए डीजीपी ने अपनी प्राथमिकताएं बताईं और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय करते हुए अधिकारी फील्ड पर निकलें और लोगों से सीधा संवाद बनाएं। किसी भी घटना की तत्काल एफआइआर दर्ज हो और वरिष्ठ अधिकारी भी यथाशीघ्र घटना स्थल का निरीक्षण करें। डीजीपी ने ब्लाक प्रमुख के चुनाव की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर चल रही तैयारियों की भी समीक्षा की।
डीजीपी मुकुल गोयल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी पुलिस कमिश्नर, एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से बीते दिनों हुई बड़ी घटनाओं में की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी ली। कहा कि हर छोटी से छोटी घटना को भी पूरी गंभीरता से लिया जाए। किसी भी घटना में पुलिस की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहीं निर्दोष का उत्पीड़न न हो।अवैध शराब के कारोबारियों के साथ सख्ती के निर्देश : डीजीपी मुकुल गोयल ने विवेचनाओं में वैज्ञानिक तकनीक का अधिक इस्तेमाल किए जाने की बात पर जोर दिया। खासकर अवैध शराब के कारोबारियों के साथ बेहद सख्त रुख अपनाए जाने का संदेश दिया। कहा कि जहरीली शराब के कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए पुलिस शराब तस्करों के विरुद्ध अभियान के तहत लगातार कार्रवाई करे। माफिया के विरुद्ध चल रहे अभियान को और प्रभावी ढंग से बढ़ाने का निर्देश भी दिया। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में त्वरित कार्रवाई किए जाने, एंटी रोमियो स्क्वाड को और सक्रिय किए जाने व फुट पेट्रोलिंग बढ़ाने का भी निर्देश दिया।
कांवड़ यात्रा में चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहे पुलिस : डीजीपी मुकुल गोयल ने समीक्षा बैठक के दौरान कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस की तैयारियों की भी समीक्षा की। कहा कि कांवड़ यात्रा, बकरीद, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी व आने वाले अन्य प्रमुख त्योहारों को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की मुस्तैदी रहे। अधिकारी इन अवसरों पर डीजीपी मुख्यालय/शासन स्तर से जारी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। इसके साथ ही डीजीपी ने इंटरनेट मीडिया की सघन मानीटरिंग का निर्देश दिया। कहा कि इंटरनेट मीडिया के जरिए किसी भी प्रकार से सामाजिक व धार्मिक विद्वेष पैदा करने का प्रयास करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए और समय रहते ठोस कार्रवाई की जाए। पुलिस अफवाहों का तत्काल खंडन भी करे।