फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश नेतृत्व ने मुख्य सचिव को पत्र भेजे गए पत्र में कहा कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा जो पत्र एक दिन की वेतन कटौती के लिए भेजा गया है उस संबंध में किसी भी शिक्षक की वेतन की कटौती ना कराई जाये|
जनपद के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया कि अभी तक प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना महामारी के चलते दिवंगत हुए शिक्षकों के परिजनों को नौकरी व लाभ दिए जाने की बात कहीं गई है उसमें से किसी को भी अभी तक लाभ या नौकरी नहीं दी गई है| पिछली बार भी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया था| उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश से जुड़े शिक्षक वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने वेतन से किसी भी प्रकार की कटौती कदापि नहीं कराएंगे| अगर ऐसा फिर भी किया जाता है तो संगठन के पदाधिकारियों को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा|
जिलाध्यक्ष नें बताया कि शिक्षकों ने चुनाव ड्यूटी में प्रतिभाग नहीं किया परंतु कोरोना के कारण दिवंगत हुए हैं उनकी सहायता के लिए जनपद स्तर पर शिक्षकों की सहमति के आधार पर एक योजना बनाकर उनके परिवारों का सहयोग किया जाएगा| पत्र पर अध्यक्ष अजीत सिंह, कार्यवाहक अध्यक्ष मातादीन द्विवेदी, संगठन मंत्री शिव शंकर सिंह, महामंत्री भगवती सिंह ने भी सहमति दी|