लफ्जो में टंकार बिठा लहजे में खुद्दारी रख

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सेन्ट्रल जेल की ऊँची चार दिवारी के पीछे कवियों नें अपनी रचनाओं से समाँ बाँधा तो लोग खुद को तालियाँ बजानें से नही रोंक पाये| बंदियों के साथ ही अधिकारियों नें भी कवियों की रचनाओं पर लुफ्त उठाया|
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें शुक्रवार को सेन्ट्रल जेल के बाहर बनी नई सड़क का लोकार्पण फीता काटकर किया| इसके बाद जेल में होली मिलन समारोह के साथ काव्य संध्या का आयोजन किया गया| जिसमे कवियों नें अपनी-अपनी रचनाओं को पढ़ा| जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें भी कविता पाठ करते हुए कहा कि वारिसें ये वारिसें इनका कोई मतलब नही कविता पाठ करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया|
राष्ट्रीय कवि शिवओम अंबर नें पढ़ा कि लफ्जों में टंकार बिठा लहजे में खुद्दारी रख| महेश पाल सिंह उपकारी नें पढ़ा  कि पराया दर्द अपनाये उसे इंसान कहते है| इसके साथ ही युवा कवि उत्कर्ष अग्निहोत्री, प्रीती पवन तिवारी आदि ने भी कविता पाठ किया| जिलाधिकारी  नें सभी कवियों को अंगवस्त्र भेट कर सम्मानित किया|
इस दौरान कारापाल सुरेश चन्द्र, गोविन्द राम वर्मा, उपकारापाल सुरजीत सिंह, कृषि पर्यवेक्षक जयदीप त्रिवेदी, शिवम अग्निहोत्री आदि रहे|