किसानों के आंदोलन तथा पंचायत को लेकर शतर्क प्रदेश सरकार

FARRUKHABAD NEWS POLICE जिला प्रशासन सामाजिक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर के साथ ही किसान प्रदेश मे आंदोलन के बड़े गढ़ माने जाने वाले मुजफ्फरनगर में किसान नेताओं की गतिविधियों को लेकर उत्तर प्रदेश को अन्य राज्यों को जोडऩे वाले जिलों में पुलिस हाई अलर्ट पर है। प्रदेश के आगरा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मथुरा व बागपत में विशेष सावधानी बरती जा रही है।
गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आंदोलन में शामिल होने जा रहे किसानों को रोकने के लिए मथुरा में शुक्रवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। मांट टोल प्लाजा पर नोएडा की ओर जाने वाले हर वाहन की तलाशी ली गयी। पुलिस को यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते किसानों के गाजीपुर बार्डर जाने की जानकारी मिली थी। कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी भी तैनात कर दी गई। किसानों के यहां पर थानों का घेराव करने की आशंका पर बड़ी संख्या में पीएसी थानों पर तैनात कर दी गई है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के गुरुवार को आंसू गिरने के बाद गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ती ही जा रही। यहां पर हरियाणा के किसानों को आने से रोकने के लिए बागपत तथा सहारनपुर बॉर्डर पर विशेष निगरानी की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को नरेश टिकैत ने किसान महापंचायत बुलाई है। इसमें पास के जिलों से भी किसान पहुंच रहे हैं। पड़ोसी राज्यों ने भी यहां पर किसान के पहुंचने की आशंका में पुलिस मुस्तैद है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई बॉर्डर को सील कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमें किसानों को उनके जिलों में ही रोकने में लगी हैं। किसानों को रोकने के लिए हाईवे सील कर दिया गया है।