सपा के सम्मान समारोह से कई पूर्व जिलाध्यक्ष नही आये नजर

FARRUKHABAD NEWS Politics Politics- Sapaa सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी के चार वर्ष के कार्यकाल को पूर्ण होनें के चलते पूर्व जिलाध्यक्षों का सम्मान समारोह का आयोजन किया| जिसमे कई पूर्व जिलाध्यक्ष नही पंहुचे| जिसकी कानाफूसी चलती रही|
शहर के आवास विकास स्थित सपा के जिला कार्यालय पर आयोजित समारोह वर्तमान जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी के चार वर्ष के कार्यकाल को पूर्ण होनें की खुशी में रखा गया|  जिसमे पार्टी के दूसरे नम्बर के जिलाध्यक्ष 1996 से 2001 तक रहे पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव, 2004 से 2007 तक जिलाध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री सतीश दीक्षित ही पंहुचे| इसके आलावा पार्टी के गठन के दौरान 1992 से 1996 तक जिलाध्यक्ष रहे अनवार मोहम्मद खां के पुत्र अनवर जमाल व 2001 से 2004 तक जिलाध्यक्ष दलगंजन सिंह यादव के पुत्र राजेश यादव पार्टी कार्यालय पंहुचे| पूर्व जिलाध्यक्ष अनवार मो० व दलगंजन सिंह का निधन हो चुका है| जिसके चलते उनके बेटे पंहुचे|
वही तीन बार पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे चन्द्रपाल यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर, रामसेवक यादव, प्रताप सिंह यादव, प्रसपा में चले गये विश्वास गुप्ता के नाम पूर्व जिलाध्यक्ष की सूची में दर्ज हैं| लेकिन इनमे से कोई नही पंहुचा| पूर्व मंत्री सतीश दीक्षित और नरेंद्र सिंह यादव आदि को जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी नें अंगवस्त्र और माल्यार्पण कर स्वागत किया| संचालन मुन्ना यादव अध्यक्षता पूर्व डीजीसी रनवीर सिंह की|
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह नें कहा कि कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से पार्टी और संगठन मजबूत होते है तथा उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी एक ऐसी पार्टी जिसमे हर वर्ग और जाति का सम्मान है|  पूर्व मंत्री सतीश दीक्षित नें कहा कि अनुसाशन पार्टी की रीढ़ होता है हमे अनुशासित होकर पार्टी के लिए कार्य करना चाहिये|
पूर्व जिला महासचिव मंदीप यादव, मनमोहन मिश्रा, यूनुस अंसारी महेंद्र कटियार, सयुस राष्ट्रीय सचिव विवेक यादव,  सुलक्षणा सिंह, सयुस के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह यादव, राघव दत्त मिश्र, अनेश यादव, रामविलास राजपूत, ब्रजेश पाल, राहुल भाटिया आदि रहे|
सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी नें बताया कि पूर्व जिलाध्यक्ष रामसेवक, प्रताप सिंह स्वास्थ्य ठीक ना होनें के चलते नही आ पाये| राजकुमार सिंह और चन्द्रपाल सिंह बाहर थे| जिससे वह नही आ पाये|
,