फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सरकारी अस्पतालों में अभी तक रविवार को ओपीडी बंद रहती है। इससे मरीजों व उनके तीमारदारों को संयुक्त चिकित्सालय या जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में दौड़ लगानी पड़ती है। शासन ने मरीजों की इस समस्या का समाधान खोज निकाला है। अब प्रत्येक रविवार को शहर व देहात के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य मेला का आयोजन होगा। खास बात यह कि इसमें एलोपैथ, आयुर्वेद व होम्योपैथ के चिकित्सक मौजूद रहेंगे। जिसका आदेश जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें जारी कर दिया|
दरअसल, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर ही मरीजों को पूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए शासन हर जतन कर रहा है। नई योजना लागू की जा रही है ताकि लोगों को खासकर ग्रामीणों का इलाज आसानी से हो सके। रविवार को अवकाश के दिन सरकारी अस्पतालों में सेवा नहीं मिलने की शिकायत रहती है। इसके मद्देनजर शासन ने प्रत्येक रविवार को शहरी व ग्रामीण अंचलों के पीएचसी में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित कराने का निर्णय लिया है। सुबह 10 से दोपहर के दो बजे तक इसका आयोजन होगा। जिलाधिकारी अपनी देख-रेख में मेला का आयोजन कराएंगे। जिसका उन्होंने सीडीओ डॉ० राजेन्द्र पैंसिया को नोडल अधिकारी बनाया है|
स्वास्थ्य मेला में ओपीडी के अलावा नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा, परामर्श एवं इलाज, बच्चों में निमोनिया, डायरिया की रोकथाम के उपायों की जानकारी और इलाज आदि सेवाएं दी जाएंगी।
31 पर्यवेक्षणीय अधिकारियों को किया गया नामित
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें जिले की सभी 31 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्यवेक्षणीय अधिकारियों की तैनाती की है| प्रत्येक रविवार को वह पीएचसी पर पंहुच कर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले की आख्या सीडीओ को देंगे| सीडीओ के द्वारा आख्या डीएम के पास जायेगी|