गोरखपुर: कुशीनगर में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद गोरखपुर में प्रशासन ने पटाखा के अवैध कारोबारियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। गोरखपर शहर में पटाखे के बड़े कारोबारी सद्दाम के नखास स्थित दुकान एवं घर पर जांच कर भारी मात्रा में पटाखा जब्त किया गया। प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो इसकी कीमत 10 लाख रुपये से अधिक है। करीब चार घंटे तक जांच करने के बाद प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी नौसढ़ में एक व्यापारी के यहां जांच करने पहुंच गए। सद्दाम को हिरासत में ले लिया गया है तथा उसके व उसके बेटों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआइआर कराई गई है।
काफी पहले लाइसेंस हो चुका है निलंबित
सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव के नेतृत्व में सीओ कोतवाली बीपी सिंह, तहसीलदार सदर संजीव दीक्षित की टीम ने नखास स्थित सद्दाम की दुकान व घर पर जांच की। शाम चार बजे से शुरू हुई जांच रात आठ बजे पूरी हो सकी। माना जा रहा है कि पकड़े गए पटाखों का वजन करीब 250 किलो है। सद्दाम पटाखों का लाइसेंस नहीं दिखा सका। उसका लाइसेंस पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इससे पहले दिन में एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव व एसपी सिटी डा. कौस्तुभ ने कोतवाली क्षेत्र में लाइसेंसी पटाखा कारोबारियों का लाइसेंस चेक किया।
सभी के लाइसेंस की होगी जांच
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि अवैध कारोबारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। अब तक जारी सभी लाइसेंसों की जांच की जाएगी। इस बात की जांच होगी कि कोई ऐसा तो नहीं जो लाइसेंस की समय सीमा समाप्त होने या निलंबित होने के बाद भी पटाखे का निर्माण या बिक्री कर रहा है। इसके लिए जिले के सभी तहसीलों में एसडीएम व सीओ की संयुक्त टीम बनाई गई है। यह टीम अभियान चलाकर इसकी जांच करेगी। साथ ही मिठाई की दुकानों पर भी जांच की जाएगी, ताकि मिलावट न हो।