बलिया: भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की दबंगई गुरुवार को एक पंचायत के दौरान सामने नजर आ गई। बैरिया थाना क्षेत्र में दुर्जनपुर में कोटे के दुकान के आवंटन बैठक के दौरान हुई मारपीट में गोली चल गई। जिसमें जयप्रकाश पाल ने दम तोड़ दिया। इस दौरान सीओ तथा एसडीएम भी मौजूद थे।
भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह पर हत्या का आरोप लगा है। जिस वक्त वहां पर जयप्रकाश पाल को गोली मारी गई उस समय वहां एसडीएम और सीओ भी मौजूद थे। युवक को गोली लगते ही मौके पर भगदड़ मच गई। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। भगदड़ का फायदा उठाकर आरोपी धीरेंद्र सिंह भी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ बलिया के रेवती थाने में हत्या का केस दर्ज किया है।
सीएम ने लिया संज्ञान, एसडीएम व सीओ सहित पांच सस्पेंड
बलिया के इस मामले का तत्काल ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम, सीओ सहित सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए वहां मौजूद अफसरों के भूमिका की जांच के भी निर्देश दिए हैं। तनाव को देखते हुए गांव में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है।
कोटे की दुकानों के आवंटन को लेकर बुलाई गई थी बैठक
बलिया के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार को पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। इसमें भी वहां दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। वहां मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि जिसके पास आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र होगा वही मतदान करेगा।
जयप्रकाश की चार गोलियां मारकर हत्या
इसमें एक पक्ष के पास तो आधार कार्ड था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई पहचान पत्र नहीं था। इसी बात पर दोनों पक्षों के वाद-विवाद शुरू हुआ। इसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गई। इसी दौरान दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गईं। जयप्रकाश को गोली चलते ही भगदड़ मच गई। गोली लगने से घायल जयप्रकाश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या का आरोप भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह पर लगा है।
धीरेंद्र सिंह मौके से फरार हो गया। मृत जयप्रकाश के भाई चंद्रमा पाल ने आठ नामजद और 25 अज्ञात लोगों के विरुद्ध थाना में तहरीर दे दी है। एसएचओ प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश तेज कर दी गयी है।
मृतक के भाई ने तहरीर में घटना का मुख्य आरोपी भाजपा कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू को बनाया है। इस घटना में इनके अलावे नरेंद्र प्रताप सिंह, प्रयाग सिंह, प्रभात प्रताप सिंह, यशवंत प्रताप सिंह, देवेंद्र प्रताप सिंह, अमरजीत यादव और संतोष यादव को नामजद किया है। पुलिस ने बताया कि दूसरे पक्ष के तरफ से कोई तहरीर नहीं मिला है। गांव में व्याप्त तनाव को देखते हुए भारी फोर्स तैनात कर दिया है।
बलिया के एसपी देवेंद्र नाथ बताया कि बैठक के दौरान दो गुटों में मारपीट के दौरान यह हत्या हुई है। प्रकरण की जांच जारी है।