अब टैबलेट में फीड होगा गैरसंचारी रोगों के मरीजों का डाटा

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फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमान संभालने वाले 5 ब्लॉक कम्युनिटी ऑफीसर (सीएचओ) को मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्दाबाद पर टैबलेट का वितरण किया गया।
गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ० दलवीर सिंह ने कहा कि जनपद के 43 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में तैनात सीएचओ टैबलेट से लैस हो गए हैं। इस टैबलेट में सीएचओ अपने क्षेत्र के गैरसंचारी रोगों से ग्रसित 30 साल से ऊपर के मरीजों का डाटा फीड करेंगे ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों की केस हिस्ट्री एक क्लिक से आसानी से देखी जा सके।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्दाबाद की बीपीएम पारुल सिंह ने बताया कि आज ब्लॉक के 5 सीएचओ को टैबलेट का वितरण किया गया। इस टैबलेट में डायबिटीज, हाइपरटेंशन और तीन तरह के कैंसर से ग्रसित मरीजों के बारे में टैबलेट में संपूर्ण जानकारी दर्ज की जाएगी। डीसीपीएम जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक रणविजय प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में कुल 69 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर हैं, लेकिन अभी 43 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ की तैनाती है। इन सभी को ब्लॉक स्तर से टैबलेट का वितरण किया जा चुका है |यह सभी अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले गैरसंचारी रोगों से ग्रसित 30 साल से ऊपर के मरीजों का डाटा फीड करेंगे | जिससे इन रोगों से ग्रसित लोगों को समय से उपचार मिल सके |
क्या हैं गैर-संचारी रोग
गैर-संचारी रोगों को दीर्घकालिक बीमारियों के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ये लंबे समय तक बनी रहती हैं तथा ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलती है। आमतौर पर ये रोग आनुवंशिक, शारीरिक, पर्यावरण और अस्वस्थ जीवन-शैली का परिणाम होते हैं।
गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और इन पर नियंत्रण हेतु वैश्विक कार्रवाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन की योजना में चार मुख्य गैर संचारी रोग शामिल किये गए हैं|  हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक, कैंसर, दीर्घकालिक श्वाँस संबंधी बीमारियाँ और मधुमेह| विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हृदय संबंधी विकार, कैंसर और मधुमेह सहित गैर-संचारी रोग भारत में लगभग 61% मौतों का कारण है। इन बीमारियों के कारण लगभग 23% लोगों पर प्री-मैच्योर (समय से पहले) मौत का खतरा बना हुआ है।