सिस्टम के आगे बौनी नजर आयी सिपाही की कर्तव्यनिष्ठा

FARRUKHABAD NEWS POLICE Politics Politics-BJP

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बात सिपाही की नही कर रहा हूँ बात सिस्टम की हो रही है| जो सिस्टम खुद आकाओं के द्वारा बनाया गया हो उसी का मुस्तैदी से पालन करना गलत हो गया| एक तरफ अधिकारी की कार और दूसरी तरफ एक विधायक जी के …..| सिपाही नें यह देखते हुए कि आखिर अधिकारी बड़ा है उसकी गाड़ी पहले निकाल दी जाये| नेता जी के सींग तो लगे नही थे जो उन्हें पहचान लेता कि वह मान्यवर हैं कौन| अलवत्ता ट्राफिक सिपाही नें नेता जी की बाइक रोंककर साहब की गाड़ी को निकाल दिया| जिसके बाद उसे नेता जी के मार्ग में अबरोध उत्पन्न करने के चलते लाइन हाजिर का प्रसाद खाना पड़ा | फिलहाल घटना छोटी है लेकिन पुलिस कर्मियों के मनोबल पर फर्क पड़ा है| सभी के मन में एक ही सबाल आखिर उसने गलती क्या की ?
दरअसल लाल दरबाजे पर वन-वे व्यवस्था की गयी है| हुआ यूँ कि ट्राफिक सिपाही राजेश खरवार लाल दरबाजे पर तैनात था| उसी समय नगर मजिस्ट्रेट कि सरकारी जीप शहर के भीतर से हूटर बजाते हुए लाल दरबाजे की तरफ आ रही थी| सिपाही सीएम की गाड़ी तेजी से आते देख एलर्ट हो गया| उसने उन्हें निकालने के लिए भीतर कि तरफ जा रहीं सबारियों और वाहनों को एक तरफ किया| जिसमे एक माननीय के खसम-खास भी थे| सिपाही नें उनकी बाइक को भी रोंक दिया और कहा कि सीएम की कार निकले उसके बाद आप लोग चले जाना|
सिपाही से उनकी कहा-सुनी भी हुई| प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सिपाही नें कहा मजिस्ट्रेट साहब की गाड़ी निकल जाए उसके बाद आप निकल जाना| जिस पर नेता जी भड़क गये और बोले की मै क्या किसी मजिस्ट्रेट से कम हूँ| उन्होंने सिपाही की नम्बर प्लेट पढ़ी और चले गये| कुछ देर बाद ही उसे लाइन हाजिर कर दिया गया| लेकिन लोगों में चर्चा का बाजार गर्म है कि सिपाही की गलती क्या थी जो उसे लाइन हाजिर किया गया| यह यक्ष प्रश्न है| जिसका जबाब शायद किसी के पास नही है!