फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जब जिम्मेदार आँखे बंद कर लें तो परिणाम भयाभय ही होंगे| कोरोना काल में मुंह देखकर कार्यवाही करने का फार्मूला मंहगा पड़ रहा है| यहाँ तक कि सभी को सुरक्षा का भरोसा देनें वाली कलेक्ट्रेट में भी इसी अनदेखी के चलते ताले पड़ गये| आप जेएनआई न्यूज पर समाचार पढ़ रहे है|
दरअसल आज ही जितने भी फरियादी या व्यापारी नेता ज्ञापन देनें के लिए कलेक्ट्रेट गये उन्होंने कायदे से कोरोना के कानून को कलेक्ट्रेट गेट पर तोड़ा|मास्क मुंह से हटाकर फोटो सेशन हुआ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो कैसा हुआ यह तो देखने वाले खुद जानते है| किसी नें उन्हें टोका तक नही| फिर कोरोना के बेहतर परिणाम की उम्मीद करना भी बेमानी होगा|
अब 57 वर्षीय पॉलिटेक्निक कर्मी जो कलेक्ट्रेट के एकीकृत नियंत्रण कक्ष में तैनात था कोरोना पॉजिटिव आ गया| जिससे हड़कम्प है| जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें 14 जुलाई से शाम 6 बजे से 15 जुलाई शाम 6 बजे तक के लिए कलेक्ट्रेट सील कर दी है| कलेक्ट्रेट को अब सैनिटाइज किया जायेगा|
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें जारी आदेश में बताया कि कलेक्ट्रेट में कोरोना पॉजिटिव मिलने से 24 घंटे के लिए सील किया गया है|