फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) एक जमाना था जब पुलिस के पास मुखबिरों की लाइन लगी रहती थी। पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स इसे अपना नेटवर्क समझते थे। उनके भरोसे ही कई चर्चित मर्डर केस, लूटकांड या डकैती पर से पर्दा उठाया गया और कातिलों व लूटेरों को दबोचा गया है। अब तो पुलिस हर केस को वैज्ञानिक तरीके से ही डिटेक्ट करने का दावा करती है, मगर यह दावे कुछ केसेज में ही सही साबित होते हैं। आज भी ऐसे केसेज की भरमार है, जिसमें पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस की जांच का दायरा सिमटकर मोबाइल और सीसीटीवी कैमरे तक ही रह गया है। अगर कोई लूट या डकैती हो और घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने अपना मोबाइल ऑन रखा है तो लोकेशन के आधार पर पुलिस उन तक पहुंच जाती है। अगर मोबाइल का प्रयोग नहीं हुआ, तो पुलिस अपराधी तो पकड़ना दूर उनके क्लू तक नहीं ढ़ूंढ़ पाती। इसकी एक बड़ी वजह मुखबिरों की कमी है। पुलिस के पास वैसे इंफॉर्मर की कमी हो चुकी है, जो आपराधिक वारदातों में शामिल अपराधियों की जानकारी पुलिस तक पहुंचा सके। पुलिस के लिए जिले के कई हत्याकांड केबल एक पहेली ही बनाकर रह गये है| जिसमे पुलिस काफी समय होंने के बाद भी कुछ भी नही कर सकी| या यूँ कहिये की जाँच भी एक कदम नही चली| यह घटनायें पुलिस के लिए आज भी सिर दर्द बनी हुई है| पढ़े पूरी खबर-
तारीख 27 जुलाई 2019: थाना कमालगंज क्षेत्र के गाँधी नगर निवासी सुमन पत्नी राकेश कुमार का 25 वर्षीय भाई मिथुन कुमार उर्फ़ नीतू पुत्र रक्षपाल सिंह बीते 24 जुलाई 2019 को उसके घर आया था| वह सेना में भर्ती होंने की तैयारी कर रहा था| 25 जुलाई को वह सुबह वह अपनी बहन सुमन से दौड़ लगाने की कहकर सुबह पांच बजे चला गया| 27 जुलाई को उसका शव शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के ग्राम रसूलपुर भट्टे के निकट रस्सी से गला घोटकर मिथुन को मौत के घाट उतार दिया गया था| पुलिस आज तक उसके हत्यारों के पास नही पंहुच सकी| घटना को आठ महीने हो गये|
तारीख 14 अक्टूबर 2019 थाना शमसाबाद के ग्राम किसरोली निवासी 16 वर्षीय छात्रा आकांक्षा का शव रेलवे ट्रेक पर मिला था| घटना में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया| लेकिन परिणाम ठांक के तीन पात ही साबित हुआ| पुलिस पांच महीने बाद भी किसी नतीजे पर नही पंहुची| परिजनों को आज भी न्याय का इंतजार|
तारीख 31 दिसम्बर 2019: थाना नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम सिरोली निवासी 40 वर्षीय मुकेश कश्यप पुत्र लालाराम बीते कुछ वर्षो से अपनी ससुराल थाना राजेपुर के ग्राम भाऊपुर चौरासी में शिवसहाय के घर रह रहा था| उसकी पत्नी नन्ही देवी नें बताया कि बीते दिन वह गाँव के ही सुनील पुत्र राजेश कश्यप के साथ नाव खरीदने पांचाल घाट गया था| लेकिन घर लौट के नही आया| साथ गये सुनील गाँव के प्रधान धर्मपाल को बताया कि वह दोनों नाव खरीदकर गंगा के रास्ते नाव लेकर आ रहे थे उसी दौरान नशे में मुकेश गंगा में नाव से गिर गया| प्रधान नें इसकी सूचना परिजनों को दी| मुकेश की पत्नी नन्ही देवी नें सुनील पर हत्या कर शव गंगा में फेंक देनें का आरोप लगाया| पुलिस आज तक मुकेश का शव बरामद नही कर सकी| केबल एक आरोपी को मुकेश के अपहरण में जेल भेज दिया| पुलिस अभी तक उसके परिजनों को यही नही बता पायी की मुकेश की हत्या हुई या अपहरण|
तारीख 26 जनवरी 2020: कंपिल थाना क्षेत्र के ग्राम नगला खुमानी के मजरा हनुमन्ता निवासी वृद्व शिवराज यादव रात में अपने घर के बाहर बनी झोपडी में सो रहे थे। उनकी पत्नी वीरावती व बेटी नीतू पुराने घर व उनका बड़ा बेटा अनिल यादव नए घर में में सो रहा था।
शिवराज के गर्दन में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी| हत्या को एक महीने का समय गुजर गया|
12 फरवरी 2020 शहर कोतवाली क्षेत्र के पांचाल घाट के निकट मेला मनोरंजन क्षेत्र के ठीक पीछे ग्राम सोताबहादुरपुर निवासी पप्पू का खेत है| खेत में एक युवक की लाश पड़ी मिली थी| जिसकी हत्या की गयी थी| लेकिन पुलिस अभी तक्ल उसमे भी कुछ नही कर सकी और हवा में लाठी चला रही है| घटना को 12 दिन गुजर गये|
तारीख 19 फरवरी 2020: थाना कमालगंज क्षेत्र के मोहल्ला शास्त्री नगर निवासी 50 वर्षीय सर्वेश पुत्र रामदास गुप्ता की घर से लगभग एक किलोमीटर दूर सूरज नारायण वर्मा के आम के बाग़ में सीने में गोलीमार मौत के घाट उतार दिया गया| घटना के पांच दिन बाद पुलिस खाली हाथ|
तारीख 19 फरवरी 2020: थाना शमसाबाद क्षेत्र के थाना क्षेत्र के कुईयाँधीर सरकारी गन्ना तौल केंद्र के निकट के महिला का शव झाड़ियों में पड़ा मिला| पोस्टमार्टम में उसकी फांसी लगने से मौत की पुष्टि हुई| शव झाड़ियों में किसने फेंका पुलिस पांच दिन बाद भी पता नही लगा सकी| उसका बीते दिन शिनाख्त हुए बिना ही अंतिम संस्कार भी हो गया|