फर्रुखाबाद:(मोहम्मदाबाद) बीते गुरुवार की रात पुलिस एनकाउंट में मारे गये शातिर सुभाष वाथम नें अपने आवास को एक जिंदा बम में तब्दील कर दिया था| जिसमे उनसे पूरे घर को सौर ऊर्जा से जोड़ दिया था| पुलिस जाँच में यह सामने आया है|
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह, एसपी डॉ० अनिल कुमार मिश्रा के द्वारा करथिया गाँव में बताया कि शातिर सुभाष आपराधिक किस्म का व्यक्ति था| उसने पूरे मकान को ही जिंदा बम में तब्दील कर दिया था| उसे पता था कि जिस समय घटना होगी उस समय यदि बिजली चली गयी तो उसका मिशन अधूरा होगा | जिसको ध्यान में रखते हुए सुभाष ने अपने घर की छत पर सौर ऊर्जा की प्लेट लगायी थी| जिससे मकान में बने तयखाने में बम और विस्फोट से जोड़ दिया था|लेकिन उसकी योजना धरी की धरी रह गयी|
पूरे घर में दिखे तार ही तार
जिलाधिकारी व एसपी नें घर के भीतर जेएनआई को दिखाया की किस तरह से उसने घर के भीतर पतला तार फैला रखा था| उसकी योजना थी यदि वह कामयाब नही हुआ तो वह पूरा घर ही उड़ा देता| लेकिन वह सफल नही हो सका|
प्रति बच्चे की कीमत मांगी 24 करोड़ की रकम
पुलिस अधीक्षक नें बताया कि शातिर नें अधिकारियों से प्रति बच्चे के हिसाब से 24 करोड़ की मांग भी की थी| लेकिन उसकी यह मांग जिला प्रशासन ने उसे गुमराह करने के लिए मानने का भी झूठा वादा किया|
गले नही उतरी आई जी के सीने पर बुलेट प्रूफ गोली लगने की बात
एसपी नें बताया कि जिस समय मुठभेड़ हुई उस समय उसकी गोली आई जी मोहित अग्रवाल के सीने ने गोली लगी| लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी| लेकिन सबाल यह भी है कि आईजी के बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगने की बात उस समय ना ही आईजी नें मीडिया को बतायी और ना ही किसी अधिकारी को| आखिर तीन बार यह बात सामने आयी की गोली आईजी के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी| जो लोगों के गले नही उतरी|
इंटरनेट से सीखा बम और बारूद बनाने का ज्ञान
शातिर ने इंटरनेट के माध्यम से ही बम और बारूद बनाने का तरीका सीखा उसके बाद उसने इंटरनेट पर ही सर्च कर बच्चो को अपहरण करने का तरीका भी सीखा और घटना को अंजाम दिया|