लखनऊ: साइबर अपराध चरम पर है। राजधानी ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में लोग ठगों से परेशान हैं। थाने, साइबर सेल और बैंक का चक्कर लगाना लोगों की मजबूरी हो गई है। बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए नई योजना के तहत अब पीड़ित सीधे 112 पर कॉल करके पुलिस से मदद ले सकेंगे।
संबंधित थानों की पुलिस पीड़ितों की रकम वापस दिलाने का प्रयास करेगी। नई व्यवस्था लागू होने से पीड़ितों को थाने से पुलिसकर्मी टरका नहीं सकेंगे और उनकी एफआइआर भी फौरन दर्ज होगी। पुलिस मुख्यालय में स्थित साइबर क्राइम सेल के अधिकारी इस बाबत काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि फरवरी माह के अंत तक यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी।
महिलाओं से छेड़छाड़ और अभद्रता के मामलों पर नकेल कसने के लिए सेफ सिटी योजना के तहत वीमेन पॉवर लाइन (1090) को डायल 112 से जोड़ने की तैयारी चल रही है। बहुत जल्द यह प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।
मिलेगी जानकारी तो होगा बचाव
जानकारी के अभाव में साइबर अपराधियों की जाल में फंसकर लोग खातों की जानकारी साझा कर देते हैं। नई व्यवस्था के तहत अंजान नंबर से फोन आने पर लोग 112 डायल करेंगे और इसकी जानकारी देंगे तो उन्हें सतर्क किया जा सकेगा। इससे ठगी के मामलों में कमी आएगी और लोगों की गाढ़ी कमाई बचाई जा सकेगी।
1090 से जुड़ेगा डायल 112
महिलाओं से छेड़छाड़ और अभद्रता के मामलों पर नकेल कसने के लिए सेफ सिटी योजना के तहत वीमेन पॉवर लाइन (1090) को डायल 112 से जोड़ने की तैयारी चल रही है। बहुत जल्द यह प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इससे 112 पर आने वाली महिला अपराध संबंधित शिकायतें 1090 को स्थानांतरित हो जाएंगी। वीमेन पॉवर लाइन वरीयता के आधार पर शिकायतों पर कार्रवाई करेगी।