फर्रुखाबाद:(ब्यूरो) देव सिंह राठौर का नाम जनपद के हर जागरूक जानता है| उनके शरीर छोड़ने से जिले को बहुत बड़ी छति हुई| उन्होंने आजाद हिन्द फ़ौज में रहकर द्वितीय विश्व युद्ध भी लड़ा और जेल भी गये|
देव सिंह आजादी की लड़ाई से पहले अंग्रेजों की सेना में सिपाही थे| वह 1940 में अंग्रेजी सेना भर्ती हुए और चार साल अंग्रेजों के साथ काम भी किया लेकिन जल्द ही उन्होंने समझ लिया की अब अंग्रेजों द्वारा हिन्दुस्तानियों पर अत्याचार बढ़ रहा है| उधर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस आजाद हिन्द फ़ौज का गठन कर चुके थे| जिसके चलते देव सिंह नेता जी से प्रभावित होकर चार वर्ष बाद ही 1944 में आजाद हिन्द फ़ौज में शामिल हो गये और अंग्रेजों से ल,लोहा लेकर भारत माता को आजाद कराने में अपनी जबानी कुर्बान कर दी|
वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आजाद हिन्द फ़ौज के साथ अंग्रेजो से लड़े और सिंगापुर में गिरफ्तार किये गये | इसके बाद जब वह जेल से रिहा हुए तो भारत आजाद हो गया था| पुलिस की टुकड़ी ने तिरंगे के साथ उन्हें अंतिम सलामी दी। उनके देहावसान पर समूचा जिला शोक में डूब गया है।