लखनऊ: उन्नाव की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को जलाने की घटना के बाद अब राजनीतिक बयानबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है। उन्नाव की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार को तड़के जिंदा जलाने के प्रयास का मामला तूल पकड़ गया है।
लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती पीड़िता की हालत नाजुक है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार का सामूहिक इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस ने भी इस घटना की निंदा करने के साथ ही उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने जाने के दुस्साहस की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे।समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव ‘साजन’ ने आरोप लगाया कि पीडि़ता को जलाने वालों की गाड़ी पर भाजपा के झंडे लगे हैं। सुनील सिंह साजन पीड़िता को देखने सिविल हॉस्पिटल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि पीड़िता के इलाज का पूरा खर्च समाजवादी पार्टी उठाएगी। उन्होंने कहा यूपी में सड़क और पुलिस चौकी कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों को भाजपा का संरक्षण मिला हुआ है।
प्रदेश अपराधियों का चारागाह
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जलाए जाने की घटना को सरकार के लिए कलंक बताया है। लल्लू ने कहा कि प्रदेश अपराधियों का चारागाह बन चुका है। लल्लू ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रदेश नहीं संभल रहा है। उन्हें गोरखपुर लौट जाना चाहिए।