सुसाइड वीडियो: फांसी लगाने से पहले ‘मनीष’ ने सोशल मीडिया पर किया था वायरल

FARRUKHABAD NEWS POLICE जिला प्रशासन

फर्रुखाबाद: बीते दिन बैंक में लोंन के बदले रिश्वत मांगने से परेशान युवक नें फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी| लेकिन अब उसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है|
जिसमे उसने खुद बैंक मैनेजर और कर्मियों पर लोंन के बदले अबैध बसूली करने का आरोप लगाया है| अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में किस तरह संज्ञान लेती है|
शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पपियापुर निवासी 25 वर्षीय मनीष उर्फ़ मनु नें सातनपुर आलू मंडी मार्ग पर सेन्ट्रल जेल चौराहे के निकट बाग़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी| जिसमे फांसी लगाने की वजह ग्रामीण बैंक में लोंन के बदले रिश्वत मांगने की बात सामने आयी थी| लेकिन अब मृतक मनु का सोसाइड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है| जिसमे उसने कहा कि उसने बैंक में लोंन के लिए आवेदन करके गलती की| 6 महीने बैंक के चक्कर लगाने के बाद उसका लोंन मंजूर करने से इंकार कर दिया| बैंक का स्टाफ  ठीक नही था| बैंक की गलती नही मानता सरकार की गलती है यदि इन्हे लोंन पर कमीशन ही चाहिए तो इन्हे 10 प्रतिशत कमीशन सरकार दे वेतन क्यों देती है| क्या फायदा मुद्रा योजना आदि का जब लोंन लेनें के लिए इतनी समस्या हो| निजी बैंके घर चलकर कैसे लोंन देते है| सरकार की सेवायें बहुत खराब है| बैंक के फिल्ड आफिसर नें सुना ही नही यदि लोंन नही करना था तो 6 महीने से दौड़ना नही था| गलती मैंने की है तो सजा भी मुझे मिलनी चाहिए| मुझे अपने आप को सजा देनी पड़ेगी| बहुत परेशान किया सजा मै अपने आप को दूंगा मैंने अप्लाई किया था मुझे नही करना था सोचा सरकार का सहारा लेलूं| वीडियो में मनु ने कहा कि 45 हजार का प्लाट खरीदों और उसके बाद 5 लाख का लोंन मंजूर होगा| मेरे ब्रेन में स्पॉट था उसमे पैसा खर्च हुआ और समय भी खराब हुआ| इस लिए सोचा था की सरकार की मदद से लोंन ले लिया जाए| लेकिन सरकार के कुत्ते है जो किसी की सुनते नही| यदि 45 लाख का प्लाट होता तो वही मै नही बेच देता|
एक चीज तो तय है कि अच्छे कारीगरों के हाथ हमेशा कटे है| आज भी वही हो रहा है कारीगर तो मै भी अच्छा हूँ| हाथ काटने जैसी बात हो रही है| शिकायत किसी से नही दीक्षित जी से थोडा पूछना की क्या बात हुई जो लोंन नही हुआ| माफ़ करें आप लोगों को परेशान करने के लिए|
वीडियो में मनु ने सरकारी भ्रष्ट व्यवस्था के कपड़े उतार कर रख दिए | लेंकिन जिला प्रशासन चुप है| सरकार एक तरफ आसानी से लोंन मिलने का दावा करती है तो वही दूसरी तरफ एक नौजवान लोंन ना मिलने से परेशान होकर अपनी जान खुद ले लेता है|
प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र दुबे नें बताया कि जाँच की जा रही है| वीडियो के सम्बन्ध में कोई जानकारी नही है|