फर्रुखाबाद:(ब्यूरो)जनपद में संदिग्ध बम मिलने की बात कोई नई नही है| इससे पूर्व भी बम मिलनें की घटनायें हुई है| लेकिन इसके खुलासे के लिए पुलिस के हाथ खाली है| जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है|
जिले में सबसे पहले फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन पर बीते 3 अक्टूबर 2015 को संदिग्ध टाइम बम मिला था| जिसके बाद पुलिस नें उसे कब्जे में लेकर नष्ट किया| इसके बाद 13 अक्टूबर 2017 को शहर कोतवाली क्षेत्र के श्याम नगर स्थित सेंट लारेंस स्कूल के पीछे भी एक बम मिला था | उसे भी पुलिस नें नष्ट किया था|
इसके बाद 7 सितम्बर 2017 को शहर कोतवाली क्षेत्र के ही मोहल्ला इस्माइलगंज सानी निवासी लेखपाल रविन्द्र वर्मा के घर के बाहर चबूतरे पर संदिग्ध टाइम बम रखने की साजिश की गयी थी| लेकिन पुलिस ने उसे भी नष्ट करने के बाद अपने हाथ झाड़ लिए| बीते 17 सितम्बर 20 19 को थाना मऊदरबाजा क्षेत्र के बजरिया मैदान में हैंड ग्रेंनेट मिला| इसके बाद शहर कोतवाली क्षेत्र के सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी के आवास के निकट 22 अक्टूबर 2019 की सुबह तेज धमाका भी हो गया था|
इसके बाद 10 नबम्वर को शहर कोतवाली क्षेत्र के पांचाल घाट धीमरपुरा में गंगा में दो हैंड ग्रेंनेट मिले| जिसे पुलिस नष्ट कर रही है| लेकिन सबाल है कि क्या इसी तरह आम जनता के जीवन से खिलबाड होता रहेगा|पुलिस किसी भी मामले में खुलासा नही कर सकी|