दीपावली पर माटी के गणेश-लक्ष्मी की डिमांड

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फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि)  दीपावली पर बाजार में रौनक बढ़ती जा रही है। गणेश लक्ष्मी की मूर्ति से लेकर पूजन सामिग्री की दुकानों में भीड़ दिख रही है| लोग खरीदारी में लगे हुए हैं। रविवार को दीपावली होनें के चलते शनिवार को पूरे दिन गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों की जमकर खरीददारी की गयी|  दीपावली पर विघ्न विनाशक गणेश व धन की देवी लक्ष्मी का पूजन होता है। बाजार में मिट्टी के अलावा अन्य पदार्थों से बनी मूर्तियों की भी भरमार है। बाजार में त्योहार का रंग दिखाई दे रहा है|
सिंहासन पर बैठे गणेश लक्ष्मी की मांग अधिक: सिंहासन पर बैठे हुए गणेश लक्ष्मी की मांग अधिक होती है। इसी के साथ इनके ऊपर छत्र व पीछे आकर्षक सिंहासन होता है। उनकी मांग अधिक होती है। कई बार सिंहासन का रूप कमल के रूप में दिया जाता है। क्योंकि लक्ष्मी जी को कमल अधिक प्रिय है। इसलिए कमल के फूलनुमा बने सिंहासन की भी विशेष मांग होती है।
अन्य सामान भी बाजार में : गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों के साथ मिट्टी की बनी हुई गृहस्थी को भी खरीदना शुभ माना जाता है। इसमें चूल्हा, बेलन, चौकी, कढ़ाई, चम्मच, बटोई आदि लगभग सभी कुछ होता है। ऐसा माना जाता है कि गृहस्थी का भी पूजन करने पर वर्ष भर समृद्धि होती रहती है। इसीलिए गणेश लक्ष्मी के साथ ही गृहस्थी का भी पूजन किया जाता है। इनका निर्माण प्रजापति परिवारों में किया जाता है। इन्हें एक ही रंग में रंग दिया जाता है।
100 रूपये से लेकर 10 हजार तक के गणेश-लक्ष्मी
बाजार में लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति 100 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक की उपलब्ध है। मूर्तियों की साइज और आकर्षक के हिसाब से अलग-अलग रेट है। लेकिन अभी अधिकांश लोग 200 से लेकर पांच सौ रुपये तक वाली मूर्ति खरीद रहे हैं। इसी तरह मिट्टी के बने फैंसी दीये भी 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक उपलब्ध हैं। इसके साथ ही चांदी से लेकर सोने तक की मूर्तियों की बिक्री हो रही है|
मिट्टी के गणेश-लक्ष्मी की डिमांड बढ़ी
दीपावली पर घर-घर मिट्टी के ही लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की पूजा होगी। मिट्टी की मूर्तियां हर वर्ग के लोगों की पहली पसंद है। प्लास्टर ऑफ पेरिस और चाइनीज मूर्तियां बाजार से लगभग गायब हो गई हैं। ऐसे में कुम्हारों के चेहरे पर भी खुशी की लहर दौड़ गई है। सनातन धर्म से जुड़े लोग दीपावली के दिन लक्ष्मी व गणेश की पूजा करते हैं। आमतौर पर मिट्टी के दीपक और मूर्तियों को शुद्ध माना जाता है। जिसके चलते बाजार में मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा की डिमांड अधिक दिख रही है|