नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (66) का शनिवार को निधन हो गया। वह काफी दिनों से दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए भर्ती थे।
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स के आइसीयू में भर्ती थे, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की देखरेख कर रही थी। 66 वर्षीय जेटली को एम्स में पिछले कई दिनों ने जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए हाल के दिनों में पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई बड़े नेताओं ने अस्पताल का दौरा किया था।
-झारखंड सरकार ने शनिवार और रविवार को होने वाले सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया।
–राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि लंबी बीमारी से जूझने के बाद उनका निधन हो गया है। एक शानदार वकील, एक अनुभवी सांसद और एक प्रतिष्ठित मंत्री जिन्होंने राष्ट्र-निर्माण में बहुत योगदान दिया।
–पीएम मोदी ने अरुण जेटली के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि अरुण जेटली राजनीतिक दिग्गज थे। मैं ने एक दोस्त खो दिया है। वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया। उनके निधन की सूचना से दुखी हूं। पीएम ने उनकी पत्नी संगीता और बेटे रोहन से बात कर संवेदना व्यक्त की। अरुण जेटली के परिवार ने कहा कि पीएम अपना विदेश दौरा रद ना करें।
–गृहमंत्री अमित शाह अपनी हैदराबाद की यात्रा को खत्म कर वापस दिल्ली आ रहे हैं। अमित शाह ने दुख जताते हुए कहा कि यह मेरी लिए निजी क्षति है। मैंने ना सिर्फ पार्टी का एक नेता खोया है बल्कि मैंने अपने परिवार का सदस्य खो दिया है जो मेरे मार्गदर्शक रहे हैं।
– उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी अपनी यात्रा अधूरी छोड़ कर वापस दिल्ली आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मौत एक निश्चित तौर पर देश और मेरे लिए बड़ी क्षति है। मेरे पास इस दुख को व्यक्त करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं। वे एक शक्तिशाली बुद्धिजीवी, एक योग्य प्रशासक थे।
मई 2018 में हुआ था किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन
बता दें कि अरुण जेटली लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीमारी की वजह से वे 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हुए। अरुण जेटली का 14 मई 2018 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। इसके लिए उन्होंने अप्रैल, 2018 की शुरुआत से ही मंत्रालय आना बंद कर दिया था। इस दौरान पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालते रहे।
सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन
अरुण जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हो चुका था। लंबे समय से मधुमेह के कारण वजन बढ़ने की समस्या के निदान के लिए यह ऑपरेशन किया गया था। यह ऑपरेशन पहले मैक्स हॉस्पीटल में हुआ था। लेकिन, बाद में कुछ दिक्कतें आने के कारण उन्हें एम्स स्थानांतरित किया गया था। कुछ साल पहले उनके हृदय का भी ऑपरेशन हुआ था।