फर्रुखाबाद: एनसीसी की बंगाल प्रान्त के आसनसोल में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की शूटिंग प्रतियोगिता के लिए यूपी डीटीई टीम का रविवार को चयन हुआ। प्रतियोगिता में प्रतिभागिता के लिए कुल आठ पुरुष कैडेट्स एवं आठ महिला कैडेट्स का चयन हुआ। सर्वाधिक 9 कैडेटॅस फतेहगढ़ 12 यूपी बटालियन के चयनित हुए हैं। टीम 13 अगस्त की सुबह यहाँ से आसनसोल के लिए रवाना होगी।
बंगाल के आसनसोल में 14 से 25 अगस्त तक नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता सम्पन्न होगी। फतेहगढ़ की 12 यूपी बटालियन के चार पुरुष और पांच महिला कैडेट्स टीम में जगह बनाने में कायमाब रहे। संजय, आदित्य, प्रज्ञा, मनीषा, अनुष्का डीएन डिग्री कॉलेज फतेहगढ़ से हैं और अपूर्व और अनुभव आरपी डिग्री कॉलेज कमालगंज से हैं। राधा और लक्ष्मी एसपीएसआईसी राजेन्द्रनगर डिग्री कॉलेज से चयनित हुई हैं। प्रतिभागियों ने आज सम्पन्न क्वालिफायर प्रतियोगिता में सटीक निशाने लगाकर अपना स्थान पक्का किया।
कमाण्डिंग आफीसर 12 यूपी बटालियन एनसीसी कर्नल राजीव नेगी, सूबेदार रामकिशोर, सूबेदार मनोज, सीएचएम फतेह बहादुर सिंह, हवलदार भरत, हवलदार योगेन्द्र, हवनदार सुखवीर सिंह एवं कोच रामनरेश यादव व पूजा वर्मा की देखरेख में आज चयन की चयन प्रक्रिया सम्पन्न हुई।
कर्नल राजीव नेगी ने बताया कि 12 यूपी बटालियन को आसनकोल में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में यूपी के प्रतिभागियों को चयनित करने का दायित्व मिला था। यह प्रक्रिया 3 जून को शुरू हुई थी। एनसीसी के युपी ग्रुप्स का आपस मेें मुकाबला हुआ तो उसमें प्रथम स्थान अलीगढ़ ग्रुप को मिला था, जिसमें फतेहगढ़ की टीम भी शामिल है और द्वितीय स्थान पर मेरठ ग्रुप को मिला। उस समय 28 बच्चों को छांटा गया था, जिसमें 14 पुरुष और 14 महिला कैडेट्स थी। प्रतियोगिता जब कड़ी हुई तो प्रतिभागी घटकर 24 हो गए। अब जो फाइनल टीम जाएगी उसमें 16 प्रतिभागी बचे हैं, आठ पुरुष और आठ महिला कैडेट्स। फतेहगढ़ बटालियन से नौ शूटरों का चयन हुआ है, 4 मेरठ के हैं, 2 वाराणसी के हैं और एक लड़की बरेली की है। प्रतियोगिता दो हथियारों से हागी .22 बीप साइड एवं .22 ओपन साइड का मुकाबला होगा। पत्रकारों के सवाल के जवाब में कर्नल नेगी ने बताया यह प्रतियोगिता हर वर्ष होती है। पिछले वर्ष दो बच्चे मावलंकर और नेशनल लेबिल पर खेल कर आये थे। इस वर्ष हमें पूरी उम्मीद है कुछ बच्चे अच्छा करेंगे ओर नेशनल लेबिल तक जाएंगे। बच्चों ने बहुत मेहनत की है, तकरीबन 50 दिन हमारे पास ही रहे हैं। इससे पहले भी दो-तीन महीने अपनी-अपनी यूनिटों में अभ्यास भी किया है।