फर्रुखाबाद: जिले में कुपोषित बच्चों की पहचान करने और नौ माह से पाच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के लिए 3 जुलाई से बाल स्वास्थ्य पोषण माह शुरू होने जा रहा है। 31 जुलाई तक चलने वाले इस पोषण माह 9 माह से पांच वर्ष तक के लगभग ढाई लाख से अधिक बच्चों को विटामिन ‘ए’की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है|
स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस मिलकर साल में दो बार बाल स्वास्थ्य पोषण माह का आयोजन करता है। जून और दिसंबर में आयोजित होने वाले इस माह में नौ माह से पांच साल तक के बच्चों में से कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है और सभी बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जाती है।
गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में 3 जुलाई से शुरू हो रहे बाल स्वास्थ्य पोषण माह पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया |सीएमओ डॉ० चंद्रशेखर ने अधिकारियों को पोषण माह की शत प्रतिशत सफलता के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। कार्यशाला में सीएमओ ने पिछले पोषण माह की समीक्षा की और इस माह की सफलता के लिए जरूरी टिप्स दिये| उन्होंने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह में बच्चों को विटामिन-ए की खुराक नियमित टीकाकरण सत्र बुधवार और शनिवार को ही पिलाई जाएगी। बच्चों को खुराक पिलाने के लिए महीने में 1528 सत्र आयोजित होंगे। इनमें 191 एएनएम 1588 आशा और 1497 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को खुराक पिलाने की जिम्मेदारी संभालेंगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात बर्मा ने बताया कि इस अभियान में उन बच्चों का भी टीकाकरण होगा जिनका पूर्ण टीकाकरण नहीं हो पाया है।इस अभियान में लगभग दो लाख 56 हजार बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने और कुपोषित बच्चों की पहचान लक्ष्य तय किया गया है। इसमें नौ माह से 12 माह तक के बच्चों की संख्या लगभग 37 हजार है और एक साल से पांच साल तक के बच्चों की संख्या लगभग 2 लाख 19 हजार है।
इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर, डॉ राजीव, डॉ राममनोहर लोहिया अस्पताल के अधिक्षक डॉ० अशोक कुमार, यूनिसेफ के डीएमसी तारिक और अन्य लोग मौजूद रहे |