लखनऊ:बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती आज लखनऊ में हैं। वह 15 जनवरी को अपना जन्मदिन राजधानी में मनाएंगी। इस बीच पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक और सपा-बसपा गठबंधन में रालोद की जगह पर चर्चा करेंगी। वैसे तो बसपा प्रमुख का लखनऊ आना-जाना लगा रहता है लेकिन, इस बार उनका लखनऊ आगमन काफी अहम रहेगा क्योंकि उन्हें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देना है।
सीबीआइ जांच की आंच से बसपा सतर्क
लखनऊ प्रवास में मायावती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर सपा के साथ ही रालोद व अन्य दलों को गठबंधन में शामिल करने से लाभ हानि पर विचार-विमर्श करेंगी। करीब ढाई दशक बाद समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने जा रही बसपा जल्दबाजी में ऐसा कोई फैसला नहीं करना चाहती हैं, जिससे वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव प्रभावित हो। सूत्रों का मानना है कि खनन घोटाले की सीबीआइ जांच की आंच सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंचने की आशंका को भी लेकर बसपा सतर्क है। वैसे तो प्रत्येक माह की 10 तारीख को बसपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश स्तरीय नेताओं की बैठक होती है लेकिन अबकी नहीं होगी। हालांकि, मायावती वहां पर प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगी। जन्मदिन की तैयारियों की भी समीक्षा करेंगी।
जन्मदिन पर संयुक्त पत्रकार वार्ता
गठबंधन को लेकर कोई बड़ा व्यवधान नहीं होता है तो मायावती के जन्मदिन के अवसर पर 15 जनवरी को सपा व बसपा की संयुक्त पत्रकार वार्ता होगी। इसमें गठबंधन की औपचारिक घोषणा हो सकती है। भले ही सीटों के बंटवारे की जानकारी बाद में दी जाए। सूत्रों के मुताबिक जन्मदिन समारोह में सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं को शामिल करने पर भी विचार हो रहा है। भाजपा द्वारा किए जा रहे हमलों का जवाब देने के लिए संयुक्त शक्ति प्रदर्शन किया जा सकता है।