फर्रुखाबाद:सोशल मीडिया पर इन दिनों जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के एक अफसर द्वारा डाली गयी पीएम मोदी की तस्वीर में कायदे से फजीयत करने का प्रयास किया गया है| लेकिन इसके बाद भी अभी एक सरकारी महकमे में कार्यवाही किये जाने को लेकर चर्चा तक शुरू नही हुई| यह सही है की लोकतन्त्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का हक है| लेकिन इस हक को अफसर उस नेता के लिए प्रयोग करे जिसकी सरकार है|
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में नगर शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात सोमबीर सिंह ने बीते दिनों एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली| जिसमे कथित तौर पर दिखाया गया है कि पीएम को तैंयार करने के लिये 15 लाख रूपये वाली व्यूटीपार्लर रखी गयी है| जिससे वह तैयार होकर नौटंकीबाजी करने निकलते है|
सरकारी अफसर के इस तरह से बिगड़े रबैये को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है| सियासी लोग अपनी-अपनी तरह से कायस लगा रहें है| देश के पीएम के खिलाफ सरकारी अफसर का इस तरह विरोधाभाषी होना बहुत कम ही देखा जाता है|
आखिर यह फोटो कब का है
पता चला है की बीते कुछ दिनों पहले मैडम तुषाद म्यूजियम में उनका पुतला रखने के लिए पीएम मोदी के शरीर की नाप ली गयी थी| उसी समय दिल्ली आये मोम की प्रतिमा बनाने वाले तीन-चार कलाकारों ने पीएम की नाप ली थी| यह फोटो दिल्ली में उसी समय लिया गया था|
एबीएसए सोमबीर सिंह ने बताया की जो फोटो सोशल मीडिया पर डाला गया वह पहले से नेट पर उपलब्ध है| उसमे नया क्या डाल दिया| फ़िलहाल वो मीटिंग में है| बाद में बात करेंगे| बीजेपी जिलाध्यक्ष डॉ० भूदेव सिंह राजपूत ने बताया की इस तरह का मामला है तो यह गैर मर्यादित है| सरकारी अधिकारी को देश के पीएम के खिलाफ सोशल मीडिया पर नही लिखना चाहिए|