फर्रुखाबाद:(कंपिल)बीते लगभग एक सप्ताह पूर्व ही एक नवजात बच्ची का शव अस्पताल के निकट मिला था| शक अस्पताल पर गया | जिसके बाद डीएम के आदेश पर जाँच कमेटी ने अस्पताल में जाकर अभिलेख खंगाले| जिसमे पता चला की अस्पताल संचालक केबल इंटर पास है| जाँच टीम को कई कमियां मिली|
थाना क्षेत्र के रुदायन रोड़ पर एक नवजात बच्ची का शव ग्रामीणों द्वारा देखा गया था । ग्रामीणों ने पुलिस को बिना बताये शव को जमीन में दफन कर दिया था। मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद कुछ मीडिया कर्मियों ने पास में ही संचालित दीप्ती मैटरनिटी होम के डॉक्टर नीरज शाक्य से जानकारी करनी चाहीं| तो कथित डॉक्टर ने मीडिया कर्मियों से अभद्रता कर दी थी। मीडिया कर्मियों को अस्पताल के फ़र्जी वाड़ा का शक हकीकत में बदल गया।बाद में क्षेत्र के लोगों द्वारा यह जानकारी भी मिली कि इस अस्पताल में फर्जीवाडा चल रहा है।बच्ची का पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया।
खबर प्रकाशित होने के बाद डीएम मोनिका रानी ने कथित अस्पताल की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया। शुक्रवार को जांच टीम में एसडीएम अनिल कुमार,डॉ० पीएस विमल, कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद,अनुराग सिंह के साथ बाल विकास कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ संजीव गंगवार पहुंचे। अस्पताल में काफी अनियमिततायें पायी गई। पूरा अस्पताल फर्जीवाड़ा से संचालित हो रहा था ।
अस्पताल का डॉक्टर अपने आप को बीएएमएस की डिग्री धारक बता रहा था। एसडीएम अनिल कुमार ने डिग्री दिखाने को कहा अपने को घिरता देख डॉ० ने एसडीएम को सारा सच बता दिया।कथित डॉ० नीरज ने बताया कि वह केवल बारहवीं पास है, अस्पताल के कोई कागजात नहीं हैं,लैब,एक्सरे मशीन,मेडिकल,किसी का सर्टिफिकेट नहीँ दिखा सका।ऑपरेशन थिएटर की जानकारी पर बताया कि मेरे यहाँ ऑपरेशन नहीं होता है। जबकि बोर्ड पर डॉ० दीप्ती के सामने सर्जन लिखा हुआ है।
एसडीएम अनिल कुमार ने बताया कि अस्पताल फ़र्जी बाड़े से संचालित था| कथित डॉ० नीरज कोई कागजात नही दिखा सका। रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।