लखनऊ:मिट्टी से जुड़े व्यवसायों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन करने के बाद राज्य सरकार अब कुम्हारों को उपकरण बांटने जा रही है। राजधानी में 10 अगस्त को आयोजित होने वाली एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) समिट में कुम्हारों के बीच 25 लाख रुपये के उपकरण बांटे जाएंगे। निकट भविष्य में कुम्हारों को कुल्हड़ आदि पकाने के लिए फार्मेट भी उपलब्ध कराया जाएगा।
हैंडमेड पेपर इकाई फिर चालू होगी
नवगठित उप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की पहली बैठक में यह जानकारी खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कालपी में बंद पड़ी हैंडमेड पेपर इकाई को फिर से चालू कराया जाएगा। इससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा और इकाई बंद होने के कारण बेरोजगार हुए लोगों को दोबारा रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि हथकरघा बुनकरों को शीघ्र ही सौर ऊर्जा से चालित 400 सोलर चरखे बांटे जाएंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी खादी एवं ग्रामोद्योग अविनाश कृष्ण सिंह ने बताया कि सोलर चरखे से बने वस्त्र को खादी की मान्यता देने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बना हैै। प्रदेश के सरकारी विभाग को खादी के उत्पादों को प्राथमिकता से खरीदें, इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है।
उत्तर प्रदेश खादी बिक्री में पीछे
खादी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से खादी की बिक्री में 37 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश खादी की बिक्री के मामले में अन्य राज्यों से पीछे है। झारखंड का बोर्ड उप्र के बोर्ड से मीलों आगे है। जब तक हमलोग खादी को समितियों को चंगुल से मुक्त नहीं कराएंगे, तब तक इस सेक्टर की तेजी से तरक्की नहीं होगी। उन्होंने बोर्ड के पदाधिकारियों से अपेक्षा की कि वे खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ाने के लिए हरसंभव सहयोग और सुझाव प्रदान देंगे। राज्य सरकार उनके सुझावों को गंभीरता से लेगी। इससे बुनकरों की आमदनी बढ़ेगी और खादी के व्यवसाय को नई गति मिलेगी। बैठक में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के नये मनोनीत उपाध्यक्ष राम गोपाल उर्फ गोपाल अंजान सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में पंचायती राज राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद थे।