फर्रुखाबाद:जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के अधिकारी व कर्मियों की मिली भगत से अबैध काम कर धन उगाही का खेल बीते कई दिनों से जारी है| जिसका रिकार्ड विवादित रजिस्टर में है| जो अभी तक जिला प्रशासन या किसी सक्षम अधिकारी को नही दिया गया| जिससे उसमे चल रहे खेल पर लगाम लग सके|
दरअसल पूर्व बीएसए अनिल कुमार का तबादला होने के बाद भी वह काफी समय चार्ज पर रहे| उस समय डिस्पैच रजिस्टर उन्ही के पास रह| सूत्रों की माने तो उस रजिस्टर में पीछे के तीन पन्ने भी खाली है लेकिन उसके बाद वह नया रजिस्टर बनाया गया| उसी रजिस्टर में भ्रष्टाचार के तीन पन्ने लगे है| जिन्हें बीते दिन दिन सांसद मुकेश राजपूत ने भी काफी प्रयास के बाद नही पकड़ पाया|
मौके से लिपिक अरुण सक्सेना फरार हो गये थे| सच बात तो यह है कि विभागीय लोग नही चाहते की वह रजिस्टर सार्वजनिक हो| सूत्रों के अनुसार वह रजिस्टर पूर्व बीएसए अनिल कुमार के पास है| जो खाली पन्नो में सहायता प्राप्त विधालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति कर रहे है| पता यह भी चला है कि जिल में कुल 29 सहायता प्राप्त विधालय है| जिसमे 50 पदों पर भर्ती होनी थी| जिसमे से लगभग 20 पदों की नियुक्ति पुरानी तिथि में की गयी| प्रति भर्ती लाखों का खेल चला|
लेकिन जब मामला पकड़ में आया तो घपलेबाजी सामने आयी| जिस लिपिक अरुण सक्सेना के पास रजिस्टर बताया जा रहा है वह छुट्टी पर चला गया| जिससे रजिस्टर रहस्य बना हुआ है| बीएसए बेगीश गोयल ने बताया की अभी लिपिक छुट्टी पर है| छुट्टी खत्म होने पर जब लिपिक आयेगा तो रजिस्टर लिया जायेगा| फ़िलहाल रजिस्टर उन्हें अभी नही मिला|