ना इज्जत का घर ना ही विकास के रास्ते

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(राजेपुर)वर्तमान की योगी सरकार को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा करते आपने बीते कुछ दिनों पूर्व सुना होगा| जिसमें उन्होंने कई जनपदों को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना सजाया है| लेकिन जनपद के ग्रामीण तबके पर अगर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि कई ऐसे क्षेत्र जनपद में है जहां के लोगों ने विकास नाम की चिड़िया को अभी तक देखा ही नहीं| यैसी ही ग्राम सभा तुसौर जिसमें विकास दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा| घरों का पानी नालियों की जगह सड़कों पर वह सड़कों को तालाब बना रहा है|
विकासखंड राजेपुर के ग्राम तुषार में विकास किस चिड़िया का नाम है ग्रामीणों ने अभी तक उसे नहीं देखा| ग्रामीण नन्हे,अवधेश,हरि सिंह, सुखपाल,गुड्डी देवी का कहना है कि उन लोगों को अभी तक इज्जत घर ही नसीब नहीं हुई| गांव की सड़कों पर विकास की गंगा की जगह नालियां वह रही है|पंचायत के लिए बनाया गया पंचायत घर भी बदहाली का शिकार है| पंचायत घर में दरवाजे तक नहीं लगे| नल सालों से खराब है| पंचायत घर की बदहाली देख गांव के प्रधान और ग्राम सचिव के मंसूबे साफ नजर आ रहे हैं| जो शौचालय अपने चहेतों को दिए भी गए उनकी गुणवत्ता इतनी खराब है कि शायद 1 वर्ष भी उसमें अपनी इज्जत ग्रामीण ना बचा पाये| गांव की महिला गुड्डी देवी का कहना है कि वह छोटी झोपड़ी में अपने बच्चों के साथ रहकर गुजारा कर रही है|
उसे अभी तक आवास तक नसीब नहीं हुआ| एसडीएम अमृतपुर रमेश यादव व वीडीओ कमलेश कुमार ने जेएनआई को बताया की जांच कर कार्यवाही की जायेगी| अब देखना यह है कि अधिकारी कितनी ईमानदारी से जांच कर गांव में विकास की गंगा बहाते है|