फर्रुखाबाद: डिप्लोमा फर्मेसिस्ट एसोशिएशन के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया| एसोसिएशन ने कहा है कि सीएमओ घोर अनियमितताएं करने तथा शासनादेशों की धज्जियां उड़ाने में पूरी तरह सक्रिय हैं| नीतिगत कार्यों को पैसा मिलने पर ही करते हैं| जन स्वास्थ्य के प्रति घोर उदासीनता के कारण आए दिन जनपद वासियों की जन-धन की हानि होती है| लेकिन सीएमओ उसी कार्य में रूचि लेते है जिसमें रिश्वत की भारी-भरकम रकम हो|
सीएससी लिंजीगंज में संगठन ने कहा कि पूर्व सीएमओ डॉक्टर राकेश कुमार के द्वारा अनियमितता के कारण जिन नर्सिंग होम को बंद कर दिया गया था वर्तमान में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा वह अस्पताल पुन: खुला दिये गये है| बिना किसी मानक के आये दिन नये नर्सिंग होम खुलते जा रहे हैं| यह सब पैसे का खेल है| 24 घंटे खुलने वाले नर्सिंग होम में कोई भी फार्मेसिस्ट या ट्रेन स्टॉप उपलब्ध ना होने पर भी लाखो का खेल हो रहे हैं| संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि नवनियुक्त फार्मासिस्ट के संबंध में स्पष्ट शासनादेश व शासन की नीति उपलब्ध है इसका लाभ प्रदेश के 74 जनपदों देते हुए 2 वर्ष बाद उन्हें ग्रेड वेतन को 2800 रूपये कर रहे हैं| साथ ही उन्हें 2 वर्ष की सेवा के उपरांत स्थाई घोषित कर दिया जाता है|
परंतु जनपद में डिप्लोमा फर्मेसिस्ट एसोसिएशन 4 महीने से अपने साथियों को शासन की नीति के अंतर्गत लाभ प्रदान करने की गुहार लगा रहा है| परंतु चर्चा है कि हजारों रुपए लेने के बाद ही सीएमओ यह लाभ प्रदान करेंगे|
संगठन ने 5 फरवरी से सीएमओ के नवींन कार्यालय में धरना देने की घोषणा कर दी|
अध्यक्ष चक्र सिंह, मंत्री जितेन्द्र सिंह आदि रहे|